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इस्लाम विरोधी फिल्म निर्माता जेल में

२८ सितम्बर २०१२

कई देशों में विरोध प्रदर्शनों को भड़काने वाली इस्लाम विरोधी फिल्म के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को जेल में डाल दिया गया है. फिल्म के सिलसिले में नहीं बल्कि बैंक धोखाधड़ी के मामले में नाकौला को कारावास दिया गया है.

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तस्वीर: Reuters

नाकौला बासेले नाकौला को प्रोबेशन मामलों के उल्लंघन के लिए तलब किया गया था. चीफ मजिस्ट्रेट सूजन सेगल ने बताया, "अदालत को इस समय अभियुक्त पर विश्वास नहीं है." उन पर रिहाई की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप हैं.

नाकौला को भड़काऊ फिल्म के मामले में नहीं बल्कि बैंक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है.

पिछले कुछ सप्ताह से प्रोबेशन अधिकारी जांच कर रहे थे कि 55 साल के नाकौला ने रिहाई की शर्तों का उलंल्घन किया है या नहीं. 2011 में बैंक धोखाधड़ी के मामले में नाकौला को कुछ शर्तों पर रिहा किया गया था. इसी दौरान दूसरी फिल्मों के साथ 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स' नाम की फिल्म को दूसरी भाषा में डब किया गया था. अमेरिकी कोर्ट ने कहा है कि नाकौला की फिल्म के सिलसिले में गिरफ्तारी नहीं की गई है. बताया जाता है कि फिल्म अलग अलग नामों के साथ इंटरनेट पर डाली गई थी जिसमें एक नाम 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स' भी था.

2010 में नाकौला को 21 महीने कारावास दिया गया था. जब जून 2011 में उसे रिहा किया गया तो उसे इंटरनेट इस्तेमाल करने या प्रोबेशन अधिकारी की अनुमति के बिना दूसरे नाम इस्तेमाल करने की मनाही थी.

जमानत के आवेदन को खारिज करते हुए सेगल ने कहा कि यह कॉप्टिक ईसाई व्यक्ति लंबे समय से धोखाधड़ी के मामलों में शामिल है और उसने कई बार अलग अलग नामों का भी इस्तेमाल किया.

नाकौला के वकील ने कहा कि सुरक्षा के लिए उनके मुवक्किल की सुनवाई बंद दरवाजों में की जाए और साथ में अपील की है कि यह सुनवाई मीडिया के लिए बंद हो.

रिपोर्टरों को सुनवाई के दौरान दूसरे कमरे में बिठाया गया था जहां से वह अदालती कार्रवाई देख सकते थे. अदालत ने आदेश दिया है कि नाकौला का चेहरा नहीं दिखाया जाए. बचाव पक्ष के वकील स्टीव सेइडन ने मांग की है कि नाकौला को मेट्रोपोलिटन डिटेन्शन सेंटर में नहीं रखा जाए क्योंकि वहां मुसलमानों की संख्या अधिक है. संभावना है कि नाकौला को लॉस एंजेल्स की संघीय जेल में रखा जाएगा.

13 मिनट की फिल्म में पैगंबर मोहम्मद को अपमानजनक तरीके से पेश किया गया. यह फिल्म कैलिफोर्निया में बनी थी और इसे अरबी भाषा में डब कर ऑनलाइन पेश किया गया. इस फिल्म की एक क्लिप ने मुस्लिम धर्मावलंबियों की भावनाओ को आहत किया. दुनिया भर में मुसलमानों ने इस फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए. मिस्र में शुरु हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों ने कई अरब देशों को चपेट में ले लिया.

एक अन्य जज ने यह भी कहा कि उसने फिल्म में शामिल लोगों को शायद यह नहीं बताया था कि वह असल में कौन है.

फिल्म में काम करने वाली अदाकारा सिंडी ली गार्सिया ने नाकौला को फिल्म का प्रोड्यूसर बताया है और उस पर मुकदमा भी किया है. गूगल ने यू ट्यूब से फिल्म हटाने से इनकार कर दिया था हालांकि कंपनी ने मिस्र, लीबिया और अन्य मुस्लिम देशों में इस फिल्म को ब्लॉक कर दिया है.

एएम/आईबी (रॉयटर्स, एएफपी, डीपीए)

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