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इस्राएल: नए नागरिकता कानून का विरोध

१७ अक्टूबर २०१०

इस्राएल में नए नागरिकता कानून का विरोध करने के लिए हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया है. विरोध प्रदर्शन में यहूदी और अरब दोनों समुदायों के लोग थे.

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इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतानयाहुतस्वीर: AP

अरब समुदाय के लोगों ने नए कानून को नस्लभेदी करार दिया है. विरोधियों ने तेल अवीव के मध्य इलाके से रक्षा मंत्रालय के दफ्तर तक मार्च किया. उनके हाथों में "अरब और यहूदियों ने दुश्मन होने से इंकार कर दिया है, घृणा को ना कहो" जैसे नारे लिखे बैनर थे.

प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे लोग उस नए बिल का विरोध कर रहे हैं जिसमें इस्राएल में रहने वाले गैर यहूदियों के लिए यहूदी राष्ट्र में अपनी आस्था की शपथ लेनी होगी.

विपक्षी वामपंथी पार्टियों और मानवाधिकार संगठनों के बैनर तले बुलाया गया यह विरोध प्रदर्शन कैबिनेट के इस बिल के पक्ष में वीटो करने के फैसले के बाद आया है. खासतौर से इस्राएली अरब समुदाय के लोग इस फैसले का कड़ा विरोध कर रहे है. उधर सरकार का कहना है कि यह बिल दक्षिणपंथी ताकतों को पश्चिमी किनारे पर नई बस्तियां बनाने पर रोक लगाने के लिए राजी करने के इरादे से लाया गया है. यह रोक अमेरिका के समर्थन से इस्राएल और फलीस्तीन के बीच शांतिवार्ता के लिए जरूरी शर्त बन गई है.

इस्राएल की उग्र राष्ट्रवादी इस्राएल बाइटेनू पार्टी ने पहले प्रस्ताव रखा था कि देश में जन्मे अरब लोगों को देश की फौज या राष्ट्रीय सेवा में काम करने की शपथ लेनी होगी. लेकिन विरोध होने के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली. गठबंधन सरकार की 30 सदस्यों वाली कैबिनेट ने संसद में कानून बनने से पहले बिल के प्रस्ताव में संशोधन को मंजूरी दे दी है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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