इस साल नहीं सजेगा बीयर का मेला
कोरोना संकट के बीच अटकलें चल रही थीं लेकिन अब इस पर मुहर लग गई है. इस साल जर्मनी का मशहूर अक्टूबर फेस्ट नहीं होगा. अक्टूबर फेस्ट के चाहने वाले निराश हैं लेकिन और कोई चारा भी नहीं है.
मायूस म्यूनिख
सितंबर के अंत से अक्टूबर के मध्य तक चलने वाले अक्टूबर फेस्ट में हर साल 60 लाख लोग हिस्सा लेते हैं. 2019 में यहां 45 देशों के लोग पहुंचे थे. लेकिन इस साल ऐसा नहीं हो सकेगा.
मुश्किल फैसला
बवेरिया राज्य के मुख्यमंत्री मार्कुस जोएडर ने यह फैसला सुनाते हुए भारी मन से कहा कि वह जानते हैं कि अक्टूबर फेस्ट बवेरिया की जनता के लिए एक अहम आयोजन रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि 2021 में लोग फिर से मिल कर इसका जश्न मना सकेंगे.
लाखों लीटर बियर
2019 में इस फेस्टिवल के दौरान 73 लाख लीटर की खपत हुई. अक्टूबर फेस्ट में बीयर जिस ग्लास में पी जाती है उसे मास कहते हैं. एक मास में एक लीटर बीयर आती है.
खूब महंगा
जर्मनी में बियर काफी सस्ती मिलती है. एक लीटर के लिए करीब एक यूरो ही देना पड़ता है. लेकिन अक्टूबर फेस्ट के दौरान एक लीटर के लिए दस यूरो तक देने पड़ते हैं. और दिन भर में लोग कई लीटर पी जाते हैं.
करोड़ों का नुकसान
इस भव्य आयोजन के रद्द होने का असर कई लोगों पर पड़ेगा. सिर्फ बियर बनाने वाले ही नहीं, होटल, टैक्सी, रेस्तरां मालिक और किसानों पर भी इसका बुरा असर दिखेगा.
पहली बार नहीं
1810 से अक्टूबर फेस्ट का आयोजन होता रहा है. 1854 और 1873 में हैजे के कारण आयोजन को रद्द करना पड़ा था. दूसरे विश्व युद्ध के कारण भी अक्टूबर फेस्ट के आयोजन को रद्द किया गया था.
"हम समझते हैं"
अक्टूबर फेस्ट के आयोजकों ने कहा कि वे फैसले से निराश जरूर हैं लेकिन इस मुश्किल घड़ी को समझते हैं. प्रवक्ता पेटर वीजनविर्ट ने कहा, "लोगों का स्वास्थ्य हमारे लिए सबसे जरूरी है."
आगे का सोचें
2019 में 19 सितंबर से 4 अक्टूबर तक फेस्टिवल का आयोजन होना था. अब अगले साल की तारीख का इंतजार है. उम्मीद है कि एक साल के ब्रेक के बाद और भी ज्यादा भीड़ जमा होगी.