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इथियोपिया की 'हरित विरासत' ने भारत का रिकॉर्ड तोड़ा

३१ जुलाई २०१९

इथियोपिया ने एक दिन में ही 35 करोड़ पेड़ लगाए. सूखे और पानी की कमी का सामना कर रहा इथियोपिया अब पुरानी गलतियां सुधारने की कोशिश कर रहा है.

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BdTD l Affenmutter mit ihrem Kind sucht Schutz vor dem Regen in Pahalgam
तस्वीर: Getty Images/AFP/T. Mustafa

29 जुलाई 2019 को इथियोपिया के ज्यादातर नागरिक हरियाली रोपने के लिए जमा हुए. सभी के हाथों में नन्हे पौधे थे. देशव्यापी वृक्षारोपण अभियान के तहत 24 घंटे के भीतर 35 करोड़ पेड़ लगाए गए.

इस वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत खुद प्रधानमंत्री अबिय अहमद ने की. पूर्वी अफ्रीकी देश इथियोपिया की जमीन बड़ी तेजी से खराब हो रही है. विशेषज्ञों के मुताबिक जंगलों की कटाई और जलवायु परिवर्तन के कारण वहां काफी भूक्षरण हो रहा है. भूजल का स्तर बहुत ही नीचे जा चुका है. जैव विविधता भी आखिरी सांसें ले रही है.

जंगलों के प्रबंधन का काम करने वाली संस्था फार्म अफ्रीका के मुताबिक इथियोपिया में 4 फीसदी से भी कम इलाके में जंगल बचे हुए हैं. 19वीं शताब्दी के आखिरी सालों में ही देश ने 30 फीसदी जंगल खो दिए. ज्यादातर जंगलों की कटाई कृषि और आवासीय योजनाओं के लिए हुई. वृक्षारोपण अभियान के जरिए इन्हीं गलतियों को सुधारने की कोशिश की जा रही है.

सोमवार को देश के दक्षिणी इलाके में पेड़ रोपते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, "एक हरित विरासत के लिए इथियोपिया वर्ल्ड रिकार्ड तोड़ने जा रहा है."    

इथियोपिया के सरकारी प्रसारक फाना ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेट के मुताबिक 35 करोड़ पेड़ों की रोपाई के साथ देश ने सबसे बड़े वृक्षारोपण अभियान का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. 2017 में भारत ने भी 6.6 करोड़ पेड़ लगाकर कीर्तिमान बनाया था.

इथियोपिया में मई 2019 में वृक्षारोपण आंदोलन की शुरुआत हुई. मई से अक्टूबर तक 4 अरब पेड़ लगाने का लक्ष्य है. कृषि विभाग के मुताबिक अब तक 2.6 अरब पेड़ लगाए जा चुके हैं.

पौधे लग चुके हैं लेकिन क्या वे मजबूत वृक्षों में तब्दील हो पाएंगे? यह सवाल अहम है. प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक एक सॉफ्टवेयर के जरिए पेड़ों की संख्या पर नजर रखी जा रही है.

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