इतिहास में आज: 24 अगस्त
२३ अगस्त २०१३पंद्रहवीं सदी में जर्मनी के योहानेस गुटेनबर्ग ने दुनिया का पहला छापाखाना लगाने के साथ ही हाथ से पुस्तकों की लिखाई और लकड़ी के गुटकों से प्रिंटिंग के अंत की नींव रखी. आज ही के दिन 1456 में जर्मनी के माइंस शहर में गुटेनबर्ग की प्रिंटिंग प्रेस से गुटेनबर्ग बाइबिल की पहली प्रति छप कर निकली. इसे बी42 या 42 लाइनों वाली बाइबिल भी कहते हैं. यहीं से गुटेनबर्ग क्रांति की शुरुआत होती है.
गुटेनबर्ग ने बाइबिल की 300 प्रतियां प्रकाशित कर पेरिस और फ्रांस भेजीं. लैटिन भाषा में छपी गुटेनबर्ग बाइबिल का खास महत्व है. इसमें सफेद कागज पर काले अक्षरों की छपाई है. गुटेनबर्ग बाइबिल की पहली प्रति 1847 में अमेरिकी पुस्तक प्रेमी जेम्स लेनॉ के साथ अमेरिका पहुंची जो कि अब न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी में है.
प्रिंटिंग मशीन योहानेस गुटेनबर्ग ने सबसे पहले सन 1439 में बनाई थी. हालांकि इसके कुछ सौ साल पहले से ही लकड़ी के गुटकों से प्रिंटिंग और घूमने वाली छपाई मशीन का चीन में प्रयोग हो रहा था, लेकिन गुटेनबर्ग की छपाई मशीन उनसे अलग थी. माइंस में उन्होंने पहला छापाखाना 1454-55 में लगाया. गुटेनबर्ग की तकनीक से बनी छपाई मशीन जल्द ही पूरे यूरोप और बाद में पूरे संसार में प्रयोग की जाने लगीं. लोगों को किताब और ज्ञान उपलब्ध कराने में इसका अहम योगदान रहा.