इतिहास में आज: 21 मई
२१ मई २०१३शुरू में राजीव गांधी की राजनीति में ज्यादा रुचि नहीं थी. वह एक पायलट थे. लेकिन 1980 में छोटे भाई संजय गांधी की हवाई दुर्घटना में मौत के बाद मां इंदिरा गांधी को मदद करने के लिए 1982 में राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश किया. वह अमेठी से लोक सभा चुनाव जीतकर सांसद बने. 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ चुनाव जीते और भारत के प्रधानमंत्री बने. अपने कार्यकाल में उन्होंने विज्ञान और तकनीक की दिशा में अहम कदम उठाए. 1986 में उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े बदलावों का एलान किया. हालांकि इसी बीच बोफोर्स घूस मामले में उनका नाम भी उछला. कहा जाता है कि मामले के प्रमुख आरोपी इतालवी नागरिक ओत्तावियो क्वात्रोकी राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी के मित्र थे.
उसके बाद कांग्रेस पार्टी अगले चुनाव में हार गई. 1991 में आम चुनाव के प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में आत्मघाती हमले में राजीव गांधी के मारे जाने के बाद इतालवी मूल की उनकी पत्नी सोनिया गांधी ने खुद को कुछ सालों तक राजनीति से दूर रखा. लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी की बागडोर संभाल ली. अब वह कांग्रेस अध्यक्ष हैं, जबकि उनके पुत्र राहुल गांधी उपाध्यक्ष हैं और भविष्य में प्रधानमंत्री पद के दावेदार भी कहे जा रहे हैं.