इतिहास में आज: 16 अगस्त
१६ अगस्त २०१३नेपाल के प्रमुख राजनीतिक परिवार में जन्मी मनीषा पहली बार हिन्दी फिल्मों में सुभाष घई की सौदागर फिल्म के साथ आईं. 90 के दशक में उन्होंने हिन्दी में कुछ शानदार फिल्में की जिसमें अग्निसाक्षी, 1942 अ लव स्टोरी, बॉम्बे, अकेले हम अकेले तुम, खामोशी शामिल हैं. इनके अलावा दिल से और कंपनी की यादगार भूमिका भी उनके हिस्से आई. मीडिया में अपने बयानों से विवादित बनी रही मनीषा को कभी मुंहफट तो कभी बोल्ड करार दिया गया.
सितंबर 1999 में कोइराला को यूएनएफपीए का गुडविल एंबेसडर बनाया गया. फिल्मी करियर के ढलाने के बाद वह समाजसेवा में काफी सक्रिय हैं. खासकर महिला अधिकारों, उनके खिलाफ होने वाली हिंसा और नेपाली लड़कियों की तस्करी रोकने के लिए वह कई संगठनों के साथ काम करती हैं.
29 नवंबर 2012 को उन्हें कैंसर होने की बात सामने आई. सफल इलाज के बाद मई 2013 में उन्होंने कहा कि वह अपनी लोकप्रियता का इस्तेमाल करना चाहती हैं और उन लोगों तक अपनी कहानी पहुंचाना चाहती हैं जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं.