इंसान ने फैलाया बाघों में कोरोना
६ अप्रैल २०२०अमेरिका में यह पहला मामला है जब इंसानी देखरेख में रह रहे किसी वन्य जीव में कोविड-19 का संक्रमण मिला है. न्यूयॉर्क सिटी के ब्रांक्स जू में चार साल की बाघिन कोरोना वायरस से संक्रमित मिली. नादिया नाम की यह बाघिन मलेशियन टाइगर फैमिली की है.
चिड़ियाघर के अधिकारियों के मुताबिक नादिया के सैंपल आयोवा की नेशनल वैटनरी सर्विस लैबोरेट्री में भेजे गए थे. माना जा रहा है कि नादिया में कोविड-19 जू कर्मचारी से पहुंचा. कर्मचारी में कोरोना वायरस संक्रमण के कोई संकेत नहीं दिख रहे थे. उसकी पहचान भी अभी तक नहीं हो सकी है.
नादिया के साथ रहने वाली छह दूसरी बड़ी बिल्लियों में कोविड-19 इंफेक्शन के लक्षण दिख रहे हैं. नादिया की बहन के अलावा दो साइबेरियन टाइगरों और तीन अफ्रीकी शेरों में भी बीते कुछ दिनों से भूख के संकेत नहीं दिख रहे हैं. मार्च के आखिर से ही उनमें सूखे कफ की शिकायत देखी जा रही है. बीमार जानवरों को आइसोलेशन में रख उनका इलाज किया जा रहा है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए ब्रांक्स चिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्सक पॉल कैले ने कहा, "हमारी जानकारी में दुनिया में यह पहला मामला है जब किसी इंसान ने पशु को संक्रमित किया हो और पशु बीमार हुआ हो.”
कुछ देशों में पालतू कुत्तों और बिल्लियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. लेकिन अब तक जानवरों के बीमार होने या बीमारी आगे फैलाने के सबूत नहीं मिले हैं.
न्यूयॉर्क सिटी का यह चिड़ियाघर 16 मार्च से लोगों के लिए बंद है. जू में हिम तेंदुए, चीते, क्लाउडेड लेपर्ड, आमूर लेपर्ड और प्यूमा भी रखे गए हैं. बिल्ली प्रजाति के इन जीवों में वायरस के संकेत नहीं मिले हैं.
कोरोना वायरस के कारण कई देशों में चिड़ियाघर संकट का सामना कर रहे हैं. लोगों की आवाजाही बंद होने और कम से कम लोगों के काम पर जाने का असर इन जीवों पर खूब पड़ रहा है. कई चिड़ियाघरों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है. कारोबार और परिवहन की रफ्तार धीमी पड़ने से चिड़ियाघरों तक पशुओं के भोजन पहुंचाने में मुश्किलें हो रही हैं.
बर्लिन जू की प्रवक्ता फिलिने हाखमाइस्टर के मुताबिक कुछ जानवर ऐसे वीरान नजारे से परेशान भी हो रहे हैं, "बंदर खास तौर पर लोगों को देखना पसंद करते हैं.” तोते और सील जैसे जीव भी लोगों में दिलचस्पी लेते हैं. फिलहाल वे बोर हो रहे हैं.
म्यूनिख के हेलाब्रुन जू के डायरेक्टर राजेम बाबान के मुताबिक ऐसे हालात में पशुओं को एनिमल कीपर इंसान की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती है. बाबान कहते हैं कि जितने कौतूहल से इंसान वन्य जीवों को देखता है, उतनी जिज्ञासा के साथ ये जंगली जानवर भी दो पैरों पर खड़े और कपड़े पहनने वाले जीव, इंसान को देखते हैं.
ओएसजे/आरपी (रॉयटर्स, एपी, डीपीए)
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