आतंकवाद के खिलाफ साथ है भारत और सऊदी अरब
२० फ़रवरी २०१९भारत के प्रधानमंत्री अमूमन किसी विदेशी मेहमान के स्वागत के लिए अपने किसी जूनियर मंत्री को भेजते हैं. लेकिन सऊदी क्राउन प्रिंस के मंगलवार को दिल्ली पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए पहुंच गए. करीब 30 घंटे की भारत यात्रा पर आए प्रिंस ने कहा, "जब से हम होश संभाल रहे हैं तब से हमें भारत बतौर दोस्त याद है. पिछले 70 सालों में सऊदी अरब को खड़ा करने में भारत की भी अहम हिस्सेदारी रही है."
दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे सऊदी क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने औपचारिक स्वागत किया. हालांकि इस मौके पर उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव पर कुछ भी नहीं कहा.
क्या हुई बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने साझा बयान में कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर दोनों देश साथ है. मोदी ने कहा, "भारत और सऊदी अरब आतंकवाद को किसी भी तरह से पनाह देने वाले देशों पर दबाव बनाएंगे." प्रिंस ने कहा सऊदी, भारत के साथ हर तरह के राजनीतिक सहयोग के लिए तैयार है. दोनों देशों के बीच टूरिज्म, हाउसिंग और कम्युनिकेशन और निवेश बढ़ाने से जुड़े कई अहम समझौते हुए हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रिंस के इस दौरे को द्विपक्षीय संबंधों की नई शुरुआत कहा है. दोनों देशों के बीच 2018 में तकरीबन 27.5 अरब डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार हुआ था. भारत तकरीबन 17 फीसदी कच्चा तेल सऊदी अरब से आयात करता है. इसके अलावा सऊदी में लाखों भारतीय भी काम करते हैं जिसके चलते साल 2016 में दोनों देशों के बीच मनीलॉड्रिंग से जुड़े कुछ समझौते हुए थे.
आतंकवाद है अहम
हाल में कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार पर जवाबी कार्रवाई का कड़ा दबाव है. कश्मीर हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. भारत इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा रहा है वहीं पाकिस्तान ऐसे हर आरोपों को खारिज कर रहा है. लेकिन इस पूरी मुलाकात में पाकिस्तान को लेकर सीधी-सीधी कोई बात नहीं की गई है.
भारत से रवानगी
क्राउन प्रिंस बुधवार रात को भारत से चीन के लिए रवाना होंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि चीन में वह वन बेल्ट वन रोड योजना से जुड़े कई सहयोग समझौते कर सकते हैं. भारत आने से पहले प्रिंस ने पाकिस्तान के साथ भी तकरीबन 20 अरब डॉलर का निवेश सौदा किया था. इसके साथ ही सऊदी जेलों में बंद हजारों पाकिस्तानी कैदियों की रिहाई का वादा भी प्रिंस ने पाकिस्तान सरकार से कर डाला था.
एए/आरपी (रॉयटर्स/एपी)