आठ साल बाद बढ़ने लगी है जर्मनी की आबादी
१३ जनवरी २०१२जहां एक तरह भारत और चीन जैसे देश बढ़ती जनसंख्या से जूझ रहे हैं वहां जर्मनी के लिए यह खुशी का अवसर है कि आखिरकार देश की जनसंख्या में वृद्धि देखी जा रही है. भारत की 1.2 अरब की जनसंख्या की तुलना में जर्मनी की आबादी एक छोटा सा हिस्सा हे कही जा सकती है. लेकिन आठ करोड़ अठरह लाख की आबादी के साथ जर्मनी यूरोपीय संघ का सबसे अधिक आबादी वाला देश है.
जर्मनी यूरोप के उन देशों में से है जहां जन्म दर सबसे कम है. पिछले आठ सालों से जर्मनी की आबादी लगातार कम हो रही थी. लेकिन 2010 की तुलना में 2011 में जर्मनी की आबादी में पचास हजार की वृद्धि देखी गई. जर्मनी में जन्म दर 6 लाख 60 हजार से 6 लाख 80 हजार के बीच और मृत्यु दर 8 लाख 35 हजार से 8 लाख 50 हजार के बीच है.
नई रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल देश छोड़ कर जाने वाले लोगों की तुलना में करीब दो लाख चालीस हजार अधिक आप्रवासी देश में आए. इन में से अधिकतर लोग उन देशों से आए जो 2004 में यूरोपीय संघ का हिस्सा बने, खास तौर से पोलैंड से. दरअसल 2011 में जर्मनी ने यूरोपीय संघ के सभी देशों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए. इसके बाद से हर महीने जर्मनी में करीब 28,000 लोग नौकरियों की तलाश में पहुंचे.
जनसंख्या कम होने के कारण जर्मनी में काम करने वाले लोगों की भारी कमी है. इसी के चलते यूरोपीय संघ के अन्य देशों के लोगों को यहां आ कर काम करने की अनुमति देने का फैसला लिया गया. जनसंख्या में बढ़ौतरी के लिए चांसलर आंगेला मैर्केल ने कई प्रस्ताव पारित किए हैं. इन में बच्चों की देख भाल के लिए माता या पिता को छुट्टी देना और नए किंडरगार्टन शामिल हैं.
रिपोर्ट: एएफपी / ईशा भाटिया
संपादन: आभा एम