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असम के आठ ज़िलों में बर्ड फ्लू

१२ दिसम्बर २००८

भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में एक बार फिर बर्ड फ्लू फैल रहा है. आठ ज़िलों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं और बड़ी संख्या में मुर्गियों को मारा जा रहा है. उधर, हांगकांग में भी बर्ड फ्लू तेज़ी से फैल रहा है.

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मारे जा रहे हैं मुर्गे और मुर्गियांतस्वीर: AP

असम के जिन ज़िलों में बर्ड फ्लू फैलने की खबर है उनमें कामरूप, चिरांग, नालबड़ी, बरपेटा, बक्सा, डिब्रूगढ़, गोलपारा और बोंगागांव के नाम शामिल हैं. गुवाहाटी ज़िले में मुर्गियों की बिक्री, पक्षियों और अंडों की ख़रीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

असम में जानवरों के स्वास्थ्य अधिकारी आशिम कुमार ककोटी ने समाचार एजेंसी को रॉयटर्स बताया, “नये ज़िलों, डिब्रूगढ़ और कामरूप के सरकारी पोल्ट्री फार्मों में H5N1 वायरस के नये मामले सामने आये हैं.”

इस बीच ज़िला अधिकारियों के अनुसार डेढ़ लाख मुर्गियों को मारा दिया गया है. असम में लोगों की स्वास्थ्य जांच हो रही है. असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंतो बिसवास शर्मा का कहना था कि स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्कता तो बरत रहा है लेकिन अधिकारियों को मुर्गी पालन में जुटे किसानों से सहयोग नहीं मिल रहा है.

गुवाहाटी के खानापुरा मार्केट यूनियन के सदस्य सुभाश चंद्र झा ने बताया कि बाज़ार में कोई खास सतर्कता नहीं बरती जा रही है. उनके अनुसार अब भी मुर्गियों की सप्लाई जारी है.

हांगकांग में भी वायरस

इससे पहले हांगकांग में पांच साल बाद पहली बार बर्ड फ्लू के मामले सामने आए. इसी के मद्देनज़र सरकार की प्रवक्ता ने बताया कि लाखों मुर्गियों को मारा जा रहा है और सरकार को शक़ है कि यह वायरस चीन से आया है.

दक्षिण पूर्वी एशिया में 2003 से लेकर अब तक H5N1 वायरस के कारण 220 लोग मारे जा चुके हैं. डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का मानना है इस बीच वायरस बदलती परिस्थितियों के साथ अपने आप को तेज़ी से बदल रहा है और बहुत आसानी से मनुष्य में प्रवेश कर सकता है. आशंका है कि अगर वायरस को रोका नहीं गया तो हबर्ड फ्लू एक महामारी बन सकती है.

बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हांगकांग में सामने आया और उस समय इससे छह लोगों की मृत्यु हई थी.