अल-क़ायदा ने शुरू की अंग्रेजी में इंटरनेट पत्रिका
१ जुलाई २०१०पत्रिका का एक कॉलम है 'मेक ए बॉम्ब इन द किचेन ऑफ योर मॉम.' इस कॉलम के लेख में रसोई घर में मौजूद चीजों से बम बनाने की आसान तरकीबें विस्तार से बताई गई है. इंस्पायर नाम की इस पत्रिका को शुरू करने में काफी दिक्कतें आईं. जेहादी संगठनों की वेबसाइटों पर निगाह रखने वाली संस्था साइट के मुताबिक 67 पेज की पत्रिका के शुरुआती तीन पन्ने बिखर गए. इनके कोड ठीक से तैयार नहीं थे जिसकी वजह से शुरूआती पन्ने साफ-साफ नहीं दिखे. साइट के पास इस पत्रिका की कॉपी भी मौजूद है.
पत्रिका चलाने की जिम्मेदारी अल-क़ायदा की यमन शाखा को सौंपी गई है. यमन शाखा ने क्रिसमस के दिन अमेरिका जा रहे एक विमान को बम से उड़ाने की नाकाम कोशिश की थी. यमन शाखा पहले से ही अरबी भाषा में एक पत्रिका चला रही है. इसी पत्रिका में इंस्पायर के बारे में एक विज्ञापन भी छपा है. इसमें लिखा गया है कि पत्रिका के पहले अंक में अनवर-अल-अवलाकी का लेख होगा.
अमेरिका में पैदा हुआ कट्टरपंथी मौलाना अनवर अल अवलाकी इस पत्रिका के मेहमान लेखकों में से एक है. अवलाकी पर ट्रेड टावर पर हुए हमले की साजिश में शामिल होने के अलावा टाइम्स स्क्वेयर और कई दूसरी आतंकी कार्रवाइयों से जुड़े होने का आरोप है. फिलहाल वह यमन में ही रह रहा है. अनवर अल अवलाकी अरबी भाषा के अलावा अंग्रेजी का भी अच्छा जानकार है.
पत्रिका के शुरू होने के बाद अब ये साफ हो गया है कि अल क़ायदा के पास अच्छी अंग्रेजी जानने वाले लोग भी कम नहीं है. पिछले कई सालों से अल क़ायदा अरबी भाषा की पत्रिकाओं से अपना संदेश लोगों तक पहुंचा रहा है. पिछले कुछ सालों में अमेरिका में अल कायदा के सदस्यों की संख्या बढ़ी है. माना जा रहा है कि ऐसे और लोगों को खुद से जोड़ने के लिए ही उसने अंग्रेजी में पत्रिका शुरू की है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एस गौड़