बंदूकों के साथ क्लास लेने जा सकेंगे टीचर
२ मई २०१९अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा में एक ऐसा कानून पास किया गया है जो टीचरों को क्लास में बंदूक ले जाने की अनुमति देता है. यह कानून पिछले साल फ्लोरिडा के एक स्कूल में हुई गोलाबारी के बाद बनाया गया है. 2018 में इस अमेरिकी राज्य के एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 17 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. घटना वेलेंटाइन डे के दिन मायामी से 72 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित पार्कलैंड के मारजरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में हुई थी. इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया गया था जो स्कूल का ही पूर्व छात्र था.
राज्य की सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है जहां 65 में से 47 वोट बिल के पक्ष में डाले गए. नया कानून शिक्षकों को यह अधिकार देता है कि वह अगर चाहें तो अपनी मर्जी के मुताबिक क्लासरूम में पिस्तौल लेकर जा सकते हैं. हालांकि इसके लिए शिक्षकों पर 144 घंटे का ट्रेनिंग प्रोग्राम और मानसिक परीक्षण की अनिवार्यता रखी गई है.
पार्कलैंड गोलाबारी हादसे से प्रभावित लोग अमेरिका में बंदूकों से जुड़े नियम कायदों को सख्त करने की पैरवी करते रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप समेत इस नए कानून का समर्थन करने वाले नेशनल राइफल एसोसिएशन का तर्क है कि सशस्त्र शिक्षक ही गोली चलाने वालों के खिलाफ बचाव का अच्छा उपाय हो सकते हैं.
रिपब्लिकन नेता कह रहे हैं कि यह कानून अच्छे लोगों को बुरे से लड़ने के लिए सक्षम बनाता है. तर्क यह है कि बुरे व्यक्ति को पता ही नहीं होगा कि अच्छा व्यक्ति भी उस पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है.
वहीं विपक्षियों का कहना है कि बंदूकों को कक्षाओं में ले जाने की अनुमति नहीं दी जानिए. उन्होंने तर्क दिया कि किसी संकट की स्थिति में हो सकता है गलती से शिक्षक से गोली चल जाए या पुलिस उस संकट की स्थिति में शिक्षक को अपने साथ ले जाए. राज्य का शिक्षक संघ भी इस बिल के खिलाफ था.
पिछले साल एक कानून बनाया गया था जो शिक्षकों को नहीं, बल्कि सिर्फ स्कूल के कुछ अधिकारियों को अपने पास बंदूक रखने की अनुमति देता था.
एए/आईबी (एपी, रॉयटर्स)