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अमेरिका में फंसा स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक

७ अगस्त २०१२

अमेरिकी जांच में एक और अंतरराष्ट्रीय बैंक फंसा. ब्रिटेन के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक पर प्रतिबंध के बावजूद ईरान से लेन देन करने के आरोप लगाए गए हैं. आरोप साबित हुए तो बैंक को अमेरिका से बिजनेस समेटना पड़ेगा.

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तस्वीर: Kin Cheung/AP/dapd

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक प्रतिबंधों के बावजूद स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने ईरानी बैंकों के साथ 250 अरब डॉलर का वित्तीय लेन देन किया. अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विस (डीएफएस) के मुताबिक बैंक ने गुपचुप तरीकों से ईरान के साथ लेन देन किया. डीएफएस वित्तीय कारोबार पर नजर रखने वाली नियामक संस्था है.

नियामक का कहना है, "करीब 10 साल तक, ईरान की सरकार के साथ स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने कामकाज किया. नियामक से छुपा कर करीब 60,000 गोपनीय लेन देन किये गए." नियामक के मुताबिक बैंक ने ईरान के अलावा लीबिया, सूडान और म्यांमार के साथ भी प्रतिबंधित लेन देन किया. आरोप है कि बैंक के इस तरह के कारोबार से "अमेरिकी वित्तीय तंत्र आतंकवादियों, हथियार डीलरों, ड्रग माफियाओं और भ्रष्ट सत्ताओं के सामने कमजोर पड़ा."

Standard Chartered Bank
तस्वीर: Kin Cheung/AP/dapd

स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने आरोपों का जोरदार खंडन किया है. स्टैंडर्ड चार्टर्ड ग्रुप की सचिव अनेमैरी डरबिन ने कहा, "पूरे तथ्यों और स्पष्ट तस्वीर के अभाव में डीएफएस ने जो आदेश जारी किये हैं, ग्रुप उन पर विश्वास नहीं करता."

स्टैंडर्ड चार्टर्ड को 15 अगस्त को नियामक के सामने पेश होने का आदेश दिया गया है. डीएफएस का कहना है कि बैंक को यह साबित करना होगा कि अमेरिका में उसे किस आधार पर चलने दिया जाए. अगर बैंक ऐसा साबित करने में नाकाम रहा तो अमेरिका में उसके कारोबार पर रोक लगा दी जाएगी. अंतरराष्ट्रीय बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड की साख के लिए यह बड़ा धब्बा होगा. इससे लंदन के वित्तीय बाजार की प्रतिष्ठा भी डगमगाएगी.

डीएफएस के आदेश का असर बैंक के शेयरों पर देखा जा रहा है. मंगलवार सुबह हांग कांग का शेयर बाजार खुला. बाजार खुलते ही स्टैंडर्ड चार्टर्ड के शेयर छह फीसदी गिर गए. दोपहर होते शेयर 16 फीसदी का गोता लगा गए.

इसी साल यह दूसरा मौका है जब ब्रिटेन का कोई बैंक अमेरिकी अधिकारियों के फंदे में फंसा है. जुलाई में अमेरिकी सीनेट की रिपोर्ट में लंदन के एचएसबीसी बैंक पर आतंकवादियों और ड्रग माफियाओं के पैसे का लेन देन करने आरोप लगे. रिपोर्ट के मुताबिक 2001 से 2007 के बीच बैंक ने 61.9 करोड़ डॉलर का संदिग्ध लेन देन किया. अमेरिकी सीनेट सह समिति की रिपोर्ट के बाद भारत में एचएसबीसी बैंक के कारोबार की जांच हो रही है. आरोप हैं कि 75 फीसदी संदिग्ध लेन देन एचएसबीसी की भारत की शाखाओं से हुआ.

ओएसजे/एमजे (एएफपी)

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