अब आई पुरुष चीयरलीडर्स की बारी
अमेरिकी फुटबॉल मुकाबले सुपर बोल के इतिहास में पहली बार पुरुष चीयरलीडर्स ने हिस्सा लिया. अब तक दुनिया भर में चीयरलीडिंग में केवल महिलाओं का प्रभुत्व रहा है.
अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग का चैंपियन चुनने के लिए इस बार सुपर बोल मुकाबले में लॉस एंजेलिस रैम्स को 13-3 से हरा कर न्यू इंग्लैंड पेट्रिऑट्स ने खेलों में तो इतिहास रचा ही लेकिन उसके अलावा भी मैदान में एक इतिहास रचा गया.
रैम्स की ओर से क्विंटन पेरॉन और नेपोलियन जिनीस ने चीयरलीडिंग की. जिनीस और पेरॉन उस 40 सदस्यीय स्क्वाड का हिस्सा बने, जिसने पहले लीग मैच और फिर सुपर बोल के इतिहास में पहले पुरुष सदस्य होने का मौका पाया.
डांस की शैली में चीयरलीडिंग करने वाले पुरुषों को देखकर कुछ खेलप्रेमी सकते में आ गए. कुछ ने अपशब्द भी कहे क्योंकि उनका मानना है कि एनएफएल चीयरलीडर्स केवल महिलाओं को ही होना चाहिए.
पेरॉन ने एक अखबार से बातचीत में कहा कि परिवार और ज्यादातर खेलप्रेमियों से मिले समर्थन और साथी चीयरलीडर्स के उत्साहवर्धन के कारण ही वे ऐसा कर सके. 26 साल के पेरॉन पेशे से डांसर और कोरियोग्राफर हैं.
रैम्स की ओर से चीयरलीडिंग करने का आइडिया पेरॉन का ही था. कुछ समय पहले टीवी पर एक मैच में ब्रेक के दौरान उन्होंने महिला चीयरलीडर्स को दर्शकों का मनोरंजन करते देखा और खुद भी इसके लिए कोशिश करने का फैसला किया.