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अंग्रेजी के शिक्षक फेल हुए अंग्रेजी की परीक्षा में

२९ अगस्त २०११

शायद ऐसा कम होता हो कि किसी विषय के शिक्षक को उसी विषय की जानकारी ना हो. लेकिन वियतनाम में बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने वाले शिक्षकों का बुरा हाल है. अंग्रेजी की परीक्षा में शिक्षक निर्धारित नंबर नहीं ला पाए.

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Pauken fürs Leben - Matheunterricht in der vierten Klasse an einer Schule in der veitnamesischen Provinz. Foto: DW/peter Koppen, 2005
हनोई प्रांत का एक स्कूलतस्वीर: DW/Peter Koppen

वियतनाम के प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी पढ़ाने वाले बहुत से शिक्षक अंग्रेजी की परीक्षा में ही फेल हो गए हैं. प्रशासन ने उन शिक्षकों को अंग्रेजी की परीक्षा देने को कहा था. शिक्षा एवं प्रशिक्षण मंत्रालय ने अंग्रेजी पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को अंग्रेजी की परीक्षा में कम से कम 550 अंक लाने को कहा था. या फिर अंतर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा परीक्षण प्रणाली में 6 स्कोर निर्धारित किए थे.

Achtklässlerinnen in Hanoi bereiten sich auf dem Pausenhof einer Schule auf die nächste Unterrichtsstunde vor

 सरकार ने तय किया है कि जो शिक्षक निर्धारित स्कोर या फिर अंक पाने में कामयाब नहीं होते हैं तो उन्हें अपनी अंग्रेजी में सुधार करनी होगी. साथ ही साथ दोबारा अंग्रेजी की परीक्षा देनी होगी. मंत्रालय ने यह भी एलान किया है कि दो बार फेल होने वाले शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा. जब मंत्रालय ने शिक्षकों के नतीजे जानने के लिए सर्वे कराया तो पाया कि कुछ ही शिक्षक परीक्षा में पास हुए हैं.

अंग्रेजी कैसे पढ़ाएंगे शिक्षक

Im Europäischen Gymnasium Waldenburg lernen die 16-jährigen Schülerinnen Wen Jiao Yue aus China (vorn) und Le Thu Tran aus Vietnam unter Anleitung von Lehrerin Steffi Berger im Englischunterricht (Foto vom 05.06.2007). Die Mädchen gehören zu den 70 ausländischen Schülern, u.a. aus der Türkei, aus Russland, China,Tschechien und der Mongolei, die gemeinsam mit 460 deutschen Schülern einen Unterricht mit inhaltlich internationaler mehrsprachiger Ausrichtung erhalten. In der integrierten Freien Jugendkunstschule, einer Ergänzung in gleicher privater Trägerschaft, werden den Schülern künstlerisch-ästhetische und soziale Kompetenzen vermittelt, wobei sie eine umfassende Ganztagsbetreuung erhalten. Als erstes privates Gymnasium in Sachsen 1994 gegründet, ist die Bildungseinrichtung heute weit über die Grenzen der Region bekannt. So reicht das Bildungsangebot von sieben Fremdsprachen, praxisnahem Projektunterricht und Auslandsexkursionen bis hin zu einer großen Palette künstlerischer Betätigung, vom Keramik- oder Malkurs bis zur Instrumental- Gesangs- oder Tanzausbildung. Foto: Wolfgang Thieme dpa/lsn +++(c) dpa - Report+++

दक्षिण प्रांत बेन त्रे में 700 शिक्षकों में से सिर्फ 61 शिक्षक ही निर्धारित अंक ला पाए हैं. हनोई प्रांत में 90 प्राथमिक विद्यालयों के 150 शिक्षकों ने यह परीक्षा दी लेकिन सिर्फ 28 शिक्षक ही पास हो पाए या फिर निर्धारित नंबर लाने में कामयाब रहे. ऐसे ही नतीजे दूसरे प्रांतों से भी आए हैं.

प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अंग्रेजी अनिवार्य है. लेकिन अलग अलग प्रांतों में अंग्रेजी सीखने के लिए उम्र की सीमा अलग है. 'फाप लुआत' अखबार ने खान हुआ प्रांत के शिक्षा और प्रशिक्षण  विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ली थी हुआ के हवाले से लिखा है प्रशासन ने फेल हुए शिक्षकों को पढ़ाने की इजाजत तो दे दी है लेकिन साल के आखिर तक अंग्रेजी में सुधार करने के लिए कहा है.

Vietnam Deutschunterricht an der Dong Da Mittelschule 1,2,3 *** Bilder von Mathias Bölinger, DW 2009
तस्वीर: DW

लेकिन अधिकतर शिक्षकों को डर है कि वह तय मानकों को शायद ही प्राप्त कर पाए. वहीं एक और अखबार ने हो ची मिन्ह सिटी के शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर के हवाले से लिखा है कि शिक्षकों की अंग्रेजी सुधारना आसान काम नहीं है. इस काम को पूरी तरह से सफल बनाने में 2020 तक का समय लग जाएगा.

भारत की तस्वीर कुछ अलग नहीं

भारत में भी ऐसे अंग्रेजी के शिक्षकों की कमी नहीं हैं जो ठीक तरह से अंग्रेजी नहीं जानते हैं. कई बड़े बड़े विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले प्रोफेसर भी अंग्रेजी के मामले में कमजोर साबित होते हैं. निजी स्कूलों में तो अंग्रेजी की पढ़ाई के लिए विशेष शिक्षक होते हैं लेकिन सरकारी विद्यालय की हालत खस्ता हैं.

बच्चों को वही शिक्षक पढ़ाते हैं जो वहां उपलब्ध होते हैं. कई प्रांतों में तो स्थानीय भाषाओं में ही अंग्रेजी की शिक्षा दी जाती है. इसके अलावा कई प्रांतीय सरकारें समय समय पर अंग्रेजी पढ़ने या पास करने की अनिवार्यता समाप्त करती रही है, जबकि कुछ प्रांतों में अंग्रेजी की पढ़ाई छठी कक्षा से शुरू होती है.

रिपोर्ट: एजेंसियां /आमिर अंसारी

संपादन: महेश झा

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