गटर के पानी से बनी बीयर पिएंगे?
अगर आपको पता चले कि बीयर सीवेज के पानी से बनी है, तो क्या आप उसे पीना चाहेंगे? जर्मनी में एक ब्रूअरी ने सीवेज के पानी से बीयर बनाई है.
सीवेज के पानी से बीयर
जर्मनी के वाइसेनबुर्ग शहर में एक ब्रूअरी है, रीयूज ब्रू. यहां की बीयर की खास बात है कि इसे सीवेज के पानी से बनाया जाता है. ब्रूअरी के मालिक कहते हैं कि यह पूरी तरह सुरक्षित है और बीयर बनाने में पानी बचाने का बढ़िया उपाय है.
पूरी तरह सुरक्षित
जाइलम वॉटर सॉल्यूशंस के ऊवे ह्यूएबनेर कहते हैं कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का कोई अंश इस बीयर में नहीं होता. उन्होंने कहा, “हमने पानी को शुद्ध करने में बहुत बढ़िया काम किया है.”
चार चरणों में सफाई
बीयर बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी को शुद्धिकरण के चार चरणों से गुजरना होता है. इनमें मकैनिकल, बायोलॉजिकल और केमिकल चरण शामिल हैं. रसायनों के जरिए पानी में मौजूद ठोस कचरे को साफ किया जाता है.
आखिरी चरण है ओजोनीकरण
आखिरी चरण में पानी का ओजोनीकरण कर उसे फिल्टर किया जाता है. इस चरण में पानी में मौजूद हर उस अंश को साफ किया जाता है, जो मानवीय गतिविधियों से पैदा होते हैं. इनमें कॉस्मेटिक्स से लेकर पेस्टिसाइड्स तक शामिल हैं.
सफाई के बाद सफाई
शुद्धिकरण के बाद मिले साफ पानी को भी एक बार फिर साफ किया जाता और फिर उसे बीयर बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. ह्यूएबनेर कहते हैं कि इससे पानी पीने लायक शुद्ध हो जाता है.
लोगों ने चखी तो...
यह परियोजना म्यूनिख की टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने अमेरिकी कंपनी जाइलम के साथ मिलकर शुरू की है. जब म्यूनिख ट्रेड फेयर में लोगों को यह बीयर चखाई गई तो उन्होंने कहा कि वे किसी तरह का फर्क महसूस नहीं कर पाए.