जब थम गई सड़कें
इसके लिए बरसात को दोष दिया जाय या सरकार को यह तय होता रहे. लेकिन गुड़गांव जो कि अब गुरुग्राम है वहां लगे कई किलोमीटर लंबे जाम के बहाने बात करें दुनिया के भयानक जामों के बारे में.
साओ पाउलो ब्राजील (नवंबर 2013)
ट्रैफिक जाम के लिए ब्राजील का शहर साओ पाउलो सबसे बदनाम है. 100 किमी लंबे जाम लगाना यहां आम बात है. लेकिन हद तो तब हो गई जब नवंबर 2013 में यहां 300 किमी से अधिक लंबा जाम लग गया.
पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी की सीमा (1990)
बर्लिन वॉल ढहने के बाद जब पहली बार ईस्टर की छुट्टियां हुई तो पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी को जोड़ती सड़क पर 1 करोड़ 80 लाख गाड़ियां जाम में फंस गई.
इलिनोइश-शिकागो, अमेरिका (2011)
2011 में शिकागो में किलोमीटरों लंबी लेक शोर ड्राइव सड़क बर्फ में धंसी कारों की कब्रगाह बन गई. जान बचाने के लिए लोगों को अपनी गाड़ियां सड़क पर छोड़कर भागना पड़ा.
बीजिंग, चीन (अगस्त 2010)
बीजिंग तिब्बत एक्सप्रेस वे में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान 11 दिनों तक लगभग 100 किमी का जाम लग गया. लेकिन नूडल्स और पानी बेचने वालों ने इसका भरपूर फायदा उठाया और 4 से लेकर 10 गुना तक के दामों में अपना माल फंसे लोगों को बेचा.
जावा, इंडोनेशिया (जुलाई 2016)
इंडोनेशिया के द्वीप जावा में पिछले दिनों लगे तकरीबन 21 किमी के भयानक जाम में डिहाइड्रेशन और थकान से हुई कमजोरी के चलते 12 लोगों की मौत हो गई. यह जाम रमजान के दौरान लगा था.