थाई बच्चों को गुफा से निकालने में क्या मुश्किलें हैं?
थाई बचावकर्मियों का कहना है कि वह 23 जून से एक गुफा में फंसे 12 बच्चों और उनके कोच को बाहर निकालने की कोशिश में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते. जानिए उनकी मुश्किल क्या है..
नौ दिन बाद जीवित मिले
कई दिनों की मशक्कत के बाद आखिरकार गोताखोर लापता बच्चों और उनके कोच तक पहुंचने में कामयाब हुए. कई किलोमीटर लंबी इस गुफा में पानी भरा है. इसलिए राहतकर्मी यह नहीं बता पा रहे हैं कि अभी कितने दिनों तक इन लोगों को वहीं रहना पड़ेगा.
बड़ा राहत अभियान
बच्चों को सुरक्षित निकालने के काम में चीन, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन के विशेषज्ञ भी थाई अधिकारियों की मदद कर रहे हैं. थाई नेवी सील के फेसबुक पेज पर पोस्ट एक वीडियो में दिखाया गया है कि बच्चे गुफा में कई किलोमीटर दूर है.
मुश्किल मिशन
राहतकर्मियों का कहना है कि गुफा लगभग दस किलोमीटर लंबी है और बारिश के कारण उसमें पानी भर गया है. इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि गुफा में बच्चे जहां पर मौजूद हैं, सिर्फ वह छोटा सा हिस्सा सूखा है और उनके आगे और पीछे बड़े हिस्से में पानी भरा हुआ है.
बर्थडे मनाने गए थे..
कुल 12 बच्चे हैं जिनकी उम्र 11 से 16 के बीच है. उनके साथ एक उनका एक 25 वर्षीय कोच है और ये लोग एक बच्चे का बर्थडे मनाने के लिए गुफा में गए थे. लेकिन 23 जून को अचानक बारिश के कारण गुफा में पानी भर गया और ये लोग वहां फंस गए.
चुनौतियां
बच्चों के जीवित होने की खबर किसी चमत्कार से कम नहीं थी. राहतकर्मियों ने उन तक उच्च प्रोटीन वाला खाना और दूसरी चीजें पहुंचाई हैं जो लगभग चार महीने तक चल सकती हैं. इस बीच राहतकर्मी गुफा में एक फोन लाइन इंस्टॉल करने की कोशिशों में भी जुटे हैं.
सुरक्षा से समझौता नहीं
गुफा के विभिन्न हिस्सों में भरा पानी राहतकर्मियों और गोताखोरों के मिशन को मुश्किल बना रहा है. बढ़ते जल स्तर के कारण कई बार उन्हें राहत कार्य रोक देना पड़ता है. प्रांतीय प्रशासन का कहना है कि वह बच्चों की सुरक्षा को जोखिम में डालने का खतरा नहीं उठा सकते.
कब आएंगे बाहर
पूरा देश इस मामले की मीडिया कवरेज पर टकटकी लगाए हुए है. थाई प्रधानमंत्री प्रयुद चान ओचा का कहना है, "जितना जल्दी हो सके, हम सभी 13 लोगों को बाहर निकालना चाहते हैं, लेकिन अभी मैं समय और तारीख नहीं बता सकता कि वे कब बाहर आएंगे."
खुशी की झलक
इन बच्चों के जीवित होने की खबर जब इनके परिवारों को मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. गुफा के बाहर अपने बेटे का इंतजार कर रही एक मां ने कहा कि वह उसकी झलक पाकर बहुत ही खुश है. बेटे की तस्वीर पर उंगली रखते हुए वह कहती है, "थोड़ा दुबला हो गया है."
अब आगे क्या?
गुफा से पानी निकाला जा रहा है और बच्चों को बाहर लाने की योजना बनाई जा रही है. बच्चों को गोताखोरी सिखाने की भी बात हो रही है. कुछ लोग पानी कम होने तक इंतजार करने को कह रहे हैं. वहीं एक विकल्प जमीन में छेद कर बच्चों को एयरलिफ्ट करने का भी है.