कैसा है चीन से निकला कोरोना वायरस
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक कोरोना वायरस इंसानों के बीच तेजी से फैलने वाला वायरस है. माना जा रहा है कि यह वायरस इंसान और संक्रमित जानवर के बीच सीधे संपर्क या हवा के माध्यम से फैला होगा.
जूनोटिक बीमारी
जो वायरस इंसान और जानवरों के बीच फैलते हैं उनसे "जूनोटिक" बीमारी कहा जाता है. जब इंसान संक्रमित पशु का मांस खाता है तब ऐसे वायरस फैल सकते हैं. जानवर के मांस को ठीक से पकाया ना गया हो या गंदी जगह में तैयार किया गया हो, तब भी यह वायरस फैल सकता है.
सार्स जैसा वायरस
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि उनके पास इस नए वायरस पर बहुत कम जानकारी है. उनका कहना है कि वायरस के चक्र को देख कर ऐसा लगता है कि कोरोना कुछ कुछ सार्स वायरस जैसा है. इसी आधार पर उन्हें लगता है कि जैसे सार्स वायरस पर काबू पाया जा सका था वैसे ही कोरोना पर भी पाना संभव होगा.
कहां कहां फैला
कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से फैला लेकिन अब वह दुनिया के कई देशों में भी फैल रहा है. इस वायरस की चपेट में अब तक करीब 15 देश आ चुके हैं. इनमें भारत, जर्मनी समेत तमाम देश शामिल हैं.
कैसे बचें संक्रमण से
संक्रमित इलाकों में रहने वालों को मरीजों को अलग थलग रखना चाहिए, नियमित हाथ धोने चाहिए और मास्क पहन कर रहना चाहिए. इससे संक्रमित लोगों की तादाद को नीचे लाया जा सकता है.
संक्रमण से बढ़ती मुश्किल
कोरोना वायरस से बचने के लिए हर शख्स को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है. यह जैसे ही किसी दूसरे इंसान को संक्रमित करता है, इसका इलाज करना और मुश्किल हो जाता है. शोधकर्ता पता नहीं कर पाए हैं कि कोरोना वायरस का संक्रमण कैसे होता है.
कब तक रहेगा प्रकोप
स्वास्थ्य अधिकारियों का अनुमान है कि इंसानों में फेफड़े की बीमारी पैदा करने वाले कोरोना वायरस से कम से कम लाखों को प्रभावित करेगा. दिसंबर 2019 से शुरु हुआ संक्रमण कई महीनों तक चलने का अनुमान है.