क्या है स्लीप टूरिज्म
आम तौर लोग छुट्टी मनाने जाते हैं तो उनका मकसद रोजमर्रा के काम से छुटकारा पाना होता है. लेकिन अब स्लीप टूरिज्म का चलन बढ़ रहा है.
स्लीप टूरिज्म
दुनिया में अब ऐसे कई होटल स्लीप टूरिज्म कार्यक्रम पेश कर रहे हैं. ये होटल अपने मेहमानों को रोजमर्रा की जिंदगी की व्यस्तताओं से दूर अपनी नींद और नींद के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की सुविधा देते हैं.
नैप हॉलिडे
स्लीप टूरिज्म को नैपकेशन या नैप हॉलिडे भी कहा जाता है. स्लीप टूरिज्म का मकसद पर्यटकों को भरपूर नींद दिलाना और रोज के तनाव से दूर रखना है.
तनावमुक्त और तरोताजा
वेलनेस ट्रैवल कोच और द ट्रैवल कोच नेटवर्क की संस्थापक और सीईओ सहारा रोज डी वोर कहती हैं, "स्लीप टूरिज्म एक नए स्थान की यात्रा करने की इच्छा है, जिसका उद्देश्य घर वापस आकर अच्छी तरह से आराम, तनावमुक्त और तरोताजा महसूस करना है."
नींद को प्राथमिकता
हिल्टन की 2024 ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक इस साल लोग यात्रा करने का जो मुख्य कारण चुन रहे हैं, वह है आराम करना और ऊर्जा प्राप्त करना और इसके अलावा वे वास्तव में नींद को प्राथमिकता देते हैं.
होटल क्या-क्या पेशकश कर रहे हैं
खराब नींद की क्वालिटी का मुकाबला करने के उद्देश्य से होटल योग और पैदल चलने जैसी कम तीव्रता वाली गतिविधियां, मेडिटेशन, रिफ्लेक्सोलॉजी और मालिश की सेवा भी दे रहे हैं. कुछ होटलों ने अपने बेडसाइड टेबल पर स्लीप ट्रैकर्स भी लगाए हैं, ताकि मेहमानों को उनका स्लीप पैटर्न पता चल सके.
नींद पर पड़ रहा असर
एक रिपोर्ट के मुताबिक इन दिनों लोगों के ठीक से न सो पाने के कई कारण हैं, जिनमें पीठ दर्द और अनिद्रा जैसी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं और वित्तीय व काम संबंधी मानसिक तनाव शामिल हैं.
भरपूर नींद की कमी
इसी साल अमेरिका में हुए एक सर्वे के मुताबिक केवल 41 प्रतिशत अमेरिकी अपनी नींद को बेहतर मानते हैं. इसी तरह से गैलप सर्वे के मुताबिक 57 फीसदी अमेरिकियों का कहना है कि अगर उन्हें ज्यादा नींद मिले तो वे बेहतर महसूस करेंगे.