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समाज

इस देश में लड़कियों को दुल्हन के रूप में बेचा जाता है

२६ मई २०२१

मेक्सिको में लड़कियां कम उम्र में बतौर दुल्हन बेच दी जाती हैं. माता-पिता बच्चियों को दो हजार से लेकर 18 डॉलर के बीच बेच देते हैं. अब कई लोग इस परंपरा का विरोध कर रहे हैं और इसके खिलाफ आगे आए हैं.

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तस्वीर: Reuters/M. Elipe

14 साल की एलोइना फेलिसियानो ने अपनी मां से गुहार लगाई कि उनकी शादी न करवाई जाए लेकिन उनकी विनती बेकार गई. दक्षिण मेक्सिको में स्वदेशी समुदाय में सदियों से ऐसी परंपरा चली आ रही है. ग्युरेरो राज्य के पहाड़ों पर स्थित अपने घर पर फेलिसियानो याद करती हैं कि उन्होंने अपनी मां से गुजारिश की थी कि "उन्हें बेचा नहीं जाना चाहिए." फेलिसियानो कहती हैं, "हम जानवर नहीं हैं. जानवरों को ही बेचा जाता है."

फेलिसियानो अब 23 साल की हो गई हैं. वह मेक्सिको की सबसे गरीब नगर पालिका मेटलाटोनोक में रहती हैं. वह अपने मिक्सटेक समुदाय की कई लड़कियों में से एक हैं जो इस परंपरा से बंध गई हैं, जिस पर आलोचकों का कहना है कि महिलाओं को दुर्व्यवहार में फंसाया जाता है और दूल्हे के परिवार को गरीबी के दलदल में धकेल दिया जाता है.

कम उम्र में शादी का बोझ

आज भी ग्युरेरो में दर्जनों समुदायों में इस तरह के समझौते किए जाते हैं, लेकिन बेटियों को बेचने की प्रथा को खत्म करने के लिए आवाज उठाई जा रही है. वहां के लोगों ने बताया कि दुल्हन के माता-पिता द्वारा दो हजार डॉलर से 18 हजार डॉलर तक मांगे जाते हैं. त्लाचिनोलन सेंटर ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑफ द माउंटेन के निदेशक एबेल बैरेरा कहते हैं, "लड़कियां पूरी तरह से असुरक्षित हैं. उनका नया परिवार उन्हें घरेलू और कृषि कार्यों के साथ गुलाम बनाता है. कभी-कभी ससुराल वाले उनका यौन शोषण करते हैं."

Symbolbild Gewalt gegen Frauen
ससुराल में घरेलू हिंसा और यौन शोषण भी झेलना पड़ता हैतस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Gambarini

उनके मुताबिक इन समुदायों में बढ़ती अनिश्चितता के कारण "अपने पहले मासिक धर्म से दहेज के बदले में युवतियों को देने का स्वदेशी पुश्तैनी रीति कहीं खो गई है और अब लड़कियां वस्तु बन गई है." आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मेक्सिको की 12.6 करोड़ की आबादी के लगभग 10 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व आदिवासी लोग करते हैं और लगभग 70 प्रतिशत गरीबी में रहते हैं. राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान आईएनईजीआई के मुताबाकि मेटलाटोनोक के 19 हजार निवासियों में से 94 प्रतिशत से अधिक के पास अपने घरों में बुनियादी सेवाएं नहीं हैं और लगभग 59 प्रतिशत को पेट पालने में मुश्किल होती है.

परंपरा खत्म करने की उठ रही मांग

61 वर्षीय मौरिलिया जूलियो को भी कम उम्र में बेच दिया गया था और उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनकी अपनी बेटियां उसी भाग्य से बचें. वह कहती हैं, "वे लड़की को खरीदने के साधारण तथ्य के लिए उसे सताते हैं." जूलियो कहती हैं, "कई महिलाएं कहती हैं, मैं अपनी बेटी को 5,500 डॉलर-6,000 डॉलर में बेच रही हूं क्योंकि मुझे पैसे चाहिए, लेकिन यह सुनकर मुझे बहुत दुख होता है क्योंकि वे तो उनके ही बच्चे हैं."

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक ग्युरेरो में नौ से 17 साल की उम्र के बीच की 3,000 से अधिक लड़कियों ने बच्चों को जन्म दिया, उनमें से कुछ को शादी के लिए बेचा गया था. 29 साल के विक्टर मोरेनो कहते हैं, "हम चाहते हैं कि यह बदल जाए लेकिन लोग कहते हैं, 'मैं जो चाहता हूं वही करूंगा क्योंकि मेरी बेटी है और कोई भी मुझे यह नहीं बताएगा कि क्या करना है." मोरेनो की शादी इसी तरह से हुई थी, हालांकि वे अपनी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार नहीं करते हैं. वे इस परंपरा का विरोध करते हैं. समुदाय के एक नेता का कहना है कि अब तक इलाके के 300 लोगों ने इस परंपरा को खत्म करनी पर सहमति जाहिर की है.

एए/वीके (एएफपी)

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