पत्थरों को नगीनों में बदलने वाला इराकी
हाशिम सुआन अपना समय मोसूल की टिगरिस नदी के किनारे पत्थर चुगते हुए गुजारते हैं. वह एक-एक पत्थर को उठाकर करीब से देखते हैं और जांचते-परखते हैं.
कमाल का हुनर
हाशिम सुआन के पास एक हुनर है. वह आम पत्थर को नगीने में बदल सकते हैं. 58 साल के सुआन पत्थरों से गहने बनाते हैं.
छोटे पत्थरों की तलाश
मोसूल शहर में रहने वाले सुआन कहते हैं, “पत्थर हर जगह मिल जाते हैं. खासकर रेतीले और पहाड़ी इलाकों में हम इनकी खोज में जगह-जगह जाते हैं. हमें छोटे पत्थर चाहिए. हम क्वॉर्ट्ज, जैस्पर और सुल्तानी जैसे पत्थर खोजते हैं.“
छांटना जरूरी है
सुआन अपने पास एक स्प्रे बोतल और एक टॉर्च रखते हैं, जिससे वह पत्थरों को परखते हैं. इस तरह वह काम आ सकने वाले पत्थरों को छांटकर अलग कर लेते हैं.
यूट्यूब से सीखा
हाशिम सुआन ने कभी इस काम के लिए कोई औपचारिक ट्रेनिंग नहीं ली है बल्कि इंडोनेशिया के नक्काशों के यूट्यूब वीडियो देखकर यह काम सीखा है.
अपनी आंख का कमाल
वह बताते हैं कि उनके पास ऐसी कोई लैब या एक्स-रे मशीन नहीं है जहां पत्थरों को परखा जा सके, इसलिए वह पूरी तरह अपनी आंख पर निर्भर हैं.
कितनी कीमत
इन पत्थरों को अंगूठियों या हार जैसे गहनों में सजाने के बाद वह मोसूल में बेच देते हैं. अलग-अलग प्रकार के हिसाब से उन्हें इनके 20 से 40 डॉलर यानी डेढ़ से तीन हजार रुपये तक मिल जाते हैं.