अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव, जारी है वोटों की गिनती
५ नवम्बर २०२४5 नवंबर को संयुक्त राज्य अमेरिका के मतदाताओं ने न सिर्फ देश के अगले राष्ट्रपति बल्कि कांग्रेस (संसद) के कई सदस्यों को चुनने के लिए भी मतदान किया. 6 दिसंबर को वोटों की गिनती की प्रक्रिया जारी है. इस बार राष्ट्रपति पद के लिए मुख्य दावेदारी डेमोक्रैटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप के बीच है.
कौन वोट दे सकता है
अमेरिकी में 18 साल और उससे ऊपर की आयु के लगभग 24.40 करोड़ मतदाता वोट डाल सकते हैं. कुछ राज्यों में ऐसे लोगों को मतदान का अधिकार नहीं है जो जेल जा चुके हैं.
वहीं देश के बाहर मौजूद सैन्य कर्मियों सहित अन्य नागरिक, अनुपस्थित मतपत्र के जरिए चुनाव में भाग ले सकते हैं.
अमेरिकी चुनाव में कुछ उम्मीदवार और भी हैं
किसका चुनाव होता है
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के साथ-साथ कांग्रेस के 469 सदस्यों, जिसमें संसद के निचले सदन की सभी 435 सीटों और ऊपरी सदन की 100 सीटों में से लगभग एक तिहाई सीटों के लिए चुनाव होता है.
क्या अपराधी चुनाव लड़ सकते हैं
अमेरिका में आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोग चुनाव लड़ सकते हैं और चुने जा सकते हैं. ऐसा करने से रोकने के लिए कोई कानून नहीं बना है. इसका सबसे प्रमुख उदाहरण खुद डॉनल्ड ट्रंप हैं.
कैसे होती है वोटिंग
मतदाता डाक के जरिए अपना मतपत्र भेजकर समय से पहले या वोटिंग के दिन पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डाल सकते हैं.
वर्जीनिया में सबसे पहले 20 सितंबर को शुरुआती मतदान शुरू हुआ, इसके बाद कैलिफोर्निया में 7 अक्टूबर, टेक्सास में 21 अक्टूबर और फ्लोरिडा में 26 अक्टूबर को मतदान हुआ.
अक्टूबर के महीने में 47 राज्यों में समय से पहले मतदान की इजाजत है.
कितने लोग करते हैं मतदान
बीते कई सालों में अमेरिकी में मतदान करने वालों की संख्या बढ़ी है. 2016 के चुनावों में जहां 59 फीसदी लोगों ने मतदान किया था वहीं चार साल बाद यह आंकड़ा बढ़कर 66 फीसदी पहुंच गया.
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, देश भर के चुनावों में 1900 के बाद इतनी बड़ी संख्या में मतदान हुआ था.
कब खत्म होता है मतदान
ज्यादातर मतदान केंद्र स्थानीय समयानुसार शाम 7 बजे से 8 बजे के बीच बंद हो जाते हैं, जबकि न्यूयॉर्क में रात 9 बजे तक भी केंद्र खुले रहते हैं.
इसकी वजह है अमेरिका का छह टाइम जोन में विभाजित होना. हवाई और अलास्का में मतदान खत्म होने तक पूर्वी तट पर आधी रात हो जाती है और प्रारंभिक अनुमान की घोषणा भी हो जाती है.
मतदान खत्म होने के बाद क्या होता है
चुनाव के दिन मतदान केंद्र बंद होने के बाद देश भर के हजारों जिलों में मौजूद मतदान कर्मियों द्वारा मतों की गिनती की जाती है.
जहां वोटिंग के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाता है, वहां मतपेटी को सील करके मतगणना केंद्र पर भेज दिया जाता है.
अगर वोटिंग के लिए डिजिटल वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जाता है, तो उनका डेटा चुनाव अधिकारी मतगणना केंद्रों पर भेजते हैं.
डाक द्वारा भेजे गए मतों की गिनती के हर राज्य के अपने-अपने अलग नियम हैं.
जीत के लिए कितने वोट की जरूरत होती है
राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए बहुमत के बजाए इलेक्टोरल कॉलेज में बहुमत या 538 संभावित इलेक्टोरल वोटों में से 270 वोटों की जरूरत होती है. अमेरिका के कुल 50 राज्यों में से दो को छोड़कर हर जगह बहुमत मतदान प्रणाली लागू होती है.
इस बात की पूरी संभावना होती है कि किसी उम्मीदवार को बहुमत हासिल न हो लेकिन वह एक राज्य के सभी इलेक्टोरल वोट हासिल कर सकता है.
इसलिए जरूरी नहीं है कि जिस उम्मीदवार को ज्यादा समर्थन मिले वही चुनाव जीते. अमेरिका के इतिहास में ऐसा चार बार हुआ है जब ज्यादा समर्थन मिलने के बावजूद उम्मीदवार चुनाव हारे हैं.
2016 में हिलेरी क्लिंटन को ट्रंप से लगभग 30 लाख ज्यादा वोट मिले थे, लेकिन ट्रंप के पास इलेक्टोरल कॉलेज में बहुमत था.
स्विंग स्टेट्स की भूमिका
राष्ट्रपति चुनाव में स्विंग स्टेट्स निर्णायक भूमिका निभाते हैं. ये वे अमेरिकी राज्य हैं जो न तो डेमोक्रैट्स के हाथों में हैं और न ही रिपब्लिकन के.
इस साल प्रमुख स्विंग स्टेट्स एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, नॉर्थ कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन हैं.
इलेक्टोरल कॉलेज में बहुमत न मिले तब
अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है लेकिन अगर ऐसी स्थिति बनती है जब दोनों उम्मीदवार 269 इलेक्टोरल वोटों के साथ बराबरी पर आ जाएं तो ऐसे में विजेता का चुनाव कांग्रेस के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा द्वारा किया जाता है.
प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधिमंडल को एक वोट मिलेगा और 26 वोट पाने वाला विजेता बनेगा.
कब आते हैं परिणाम
मतदान के बाद परिणाम आने में कुछ समय लगता है. चुनावी कानून के अनुसार, राज्यों में चुनाव से जुड़ी किसी भी तरह की शिकायत को 11 दिसंबर तक सुलझा लिया जाना चाहिए.
आम अमेरिकी अपने वोटों से असल में इलेक्टरों के लिए वोट कर रहे होते हैं. ये इलेक्टर अपने-अपने राज्य में सबसे लोकप्रिय वोट के आधार पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए वोट करते हैं.
ये इलेक्टर 17 दिसंबर को अपने राज्यों की राजधानी में औपचारिक रूप से अपने वोट डालने के लिए पहुंचते हैं. 6 जनवरी, 2025 को इन वोटों की गिनती के लिए संसद बुलाई जाएगी और आधिकारिक तौर पर विजेता की घोषणा की जाएगी. 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति वाशिंगटन डीसी में अपने पद की शपथ लेंगे.