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ट्रंप द्वारा एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित करने की बात पर बवाल

२९ जुलाई २०१९

जर्मनी और अमेरिका में काम कर रहे फासीवाद विरोधी धुर वामपंथी समूह एंटीफा को आतंकी समूह घोषित करने की बात पर ट्रंप के विरोध में लोगों ने सोशल मीडिया पर अभियान चलाया. अमेरिका में पहले इस मुद्दे पर झड़पें हो चुकी हैं.

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Deutschland Proteste gegen Pegida in München
तस्वीर: picture-alliance/ZUMAPRESS.com/S. Babbar

28 जुलाई को ट्विटर पर "#IchbinAntifa" यानी मैं भी एंटीफा ट्रेंड करने लगा. इसकी वजह बना अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का एक ट्वीट. ट्रंप ने लिखा कि वो एंटीफा को एक आतंकवादी संगठन घोषित करने पर विचार कर रहे हैं. जर्मनी में वामपंथी लोग इसका विरोध कर रहे हैं वहीं दक्षिणपंथी लोग इसका समर्थन कर रहे हैं. डॉनल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा कि इस संगठन को आतंकी संगठन घोषित करने से पुलिस का काम आसान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे धुर वामपंथी कायरों के पास कोई काम नहीं रह जाएगा.

एंटीफा एक धुर वामपंथी संगठन है जो अपने आप को फासीवाद विरोधी संगठन कहता है. इस संगठन में कई सारे कट्टर वामपंथी शामिल हैं. ये लोग धुर दक्षिणपंथियों, गोरे लोगों को महान बताने वाले और नवनाजी लोगों का विरोध करते हैं. इनका विरोध कई बार हिंसक भी होता है. एंटीफा शब्द एंटी फासिस्ट का छोटा रूप है. एंटीफा जर्मनी के साथ अमेरिका में भी सक्रिय है. एंटीफा ट्रंप और उनके समर्थकों की खुले तौर पर मुखालफत करता है.

हालांकि जर्मनी के कई सोशल मीडिया यूजर्स और नेताओं ने ट्रंप के ट्वीट का विरोध जताया. उन्होंने "#IchbinAntifa" हैशटैग का इस्तेमाल कर ट्रंप का विरोध जताया. जर्मनी की लेफ्ट पार्टी के सह अध्यक्ष बैर्न्ड रीशिंगर ने ट्वीट किया, "मैं हमेशा के लिए एंटीफा हूं. जर्मनी का इतिहास हमें रंगभेद और फासीवाद के खिलाफ आवाज उठाना सिखाता है. सड़क और संसद दोनों जगहों पर."

ग्रीन पार्टी के सांसद और प्रवक्ता स्वेन लेमन ने ट्वीट किया, "मैं एंटीफा का समर्थन करता हूं क्योंकि यह उन लोगों की मदद करता है जिन पर या तो छींटाकशी या हमला हुआ है जबकि दूसरे कन्नी काट जाते हैं."

वामपंथी और उदारवादियों ने ट्रंप का विरोध किया है लेकिन धुर दक्षिणपंथी लोग ट्रंप का समर्थन करते नजर आए. धुर दक्षिणपंथी पार्टी एएफडी के नेता और समर्थक ट्रंप के साथ खड़े नजर आए. उन्होंने कहा कि जर्मनी को भी ट्रंप जैसा रवैया अपनाना चाहिए. एएफडी के सांसद युर्गेन ब्राउन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "अगर एंटीफा को जर्मनी में भी आतंकी संगठन घोषित कर दिया जाता है तो जो लोग #IchbinAntifa हैशटैग का इस्तेमाल कर रहे हैं उनकी पहचान कर उनके खिलाफ आतंकवाद विरोधी जांच की जा सकती है. ट्रंप इसे संभव बना रहे हैं, शुक्रिया."

जर्मनी के शहर हैम्बर्ग की पुलिस यूनियन ने एंटीफा की आलोचना की है. उन्होंने ट्विटर पर कुछ एंटीफा समर्थकों का फोटो अपलोड किया जिसमें वो पुलिस के खिलाफ हिंसा की बात कर रहे थे. यूनियन ने लिखा, "राजनीतिक कारणों से की जाने वाली हिंसा का विरोध होना चाहिए और आपराधिक मुकदमा चलाना चाहिए. इस पर पार्टी और विचारधारा से ऊपर उठकर लोकतांत्रिक सहमति होनी चाहिए."

हालांकि एंटीफा के बहुत सारे लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी करते हैं. लेकिन उनकी इस बात के लिए आलोचना होती है कि वे फासीवादी और नस्लभेदी लोगों के खिलाफ हिंसा में यकीन रखते हैं. अमेरिका में मौजूद एक यहूदी समूह एडीएल के मुताबिक एंटीफा ऐसे लोगों का असंगठित समूह है जो धुर दक्षिणपंथी ताकतों के सक्रिय और मजबूत विरोध में विश्वास करता है. ऐसे ही पुराने फासीवाद विरोधी समूहों ने हिटलर और मुसोलनी के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. वर्तमान एंटीफा समूहों का बनना 1960 में शुरू हुआ और वो 1970 के दशक से अमेरिका में भी सक्रिय हैं. अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी द्वारा एंटीफा को आतंकी समूह घोषित करने की मांग पर वामपंथी और दक्षिणपंथी समूहों के बीच झड़पें हुई थीं.

रिपोर्ट: रेबेका श्टाउडेनमायर/आरएस

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