शिकारियों को कैसे गच्चा देती हैं तितलियां
वैज्ञानिकों को तितलियों की कुछ ऐसी प्रजातियां मिली हैं जो कभी सुर्ख रंगों में चमकती हैं तो कभी पारदर्शी बनकर छुप जाती हैं. समझिए तितलियों के इस खेल को.
पानी ही नहीं, जमीन पर भी
पारदर्शी होकर प्रकृति में घुल जाना, ये एक ताकतवर ट्रिक है. इसके जरिए कई प्रजातियां खुद को शिकारियों से बचाती हैं. अब तक ऐसे ज्यादातर जीव पानी में ही मिला करते थे. लेकिन अब कुछ तितलियों ने इस भ्रम को तोड़ा है.
केमिकल हथियार
तितलियों की कुछ प्रजातियों की पंखुड़ियों में चटकीले रंग होते हैं. ये रंग साफ बता देते हैं कि उस तितली के पास एक केमिकल डिफेंस सिस्टम है. लेकिन इस ट्रिक की नकल कुछ ऐसी तितलियों ने भी कर ली जो जहरीली बिल्कुल नहीं. इस तरह वे भी शिकारियों को दूर रखने में सफल होती हैं.
पैटर्न की नकल
शिकागो यूनिवर्सिटी में मरीन बायोलॉजिकल लैब के डायरेक्टर निपम पटेल कहते हैं, "आपको ऐसी प्रजातियां भी मिलेंगी जो एक दूसरे से बहुत दूर हैं, लेकिन उनके पंखों पर एक जैसा पैटर्न होगा." पटेल के मुताबिक अमेजन के वर्षावनों में ऐसी कई तितलियां हैं जिनमें बड़ा अंतर है पर वे दिखती बिल्कुल एक जैसी हैं.
कलाकारी का मुकाबला
इस तस्वीर में मौजूद सभी तितलियां अलग प्रजाति की हैं. लेकिन सबसे बाएं और बीच के कॉलम वाली तितलियां जहरीली हैं. जबकि दाएं कॉलम की तितलियां जहरीली नहीं हैं, वे तो बस नकल करने में उस्ताद हैं.
छुपा है बड़ा सवाल
अमेजन के जंगलों में पारदर्शी पंखों वाली कुछ तितलियां रंगों का पैटर्न उभारने में भी एक्सपर्ट हैं. साइंटिस्ट जानना चाहते हैं कि कुछ प्रजातियों को पारदर्शी और टॉक्सिक होने की जरूरत क्यों पड़ी.
पता चला रहस्य
वैज्ञानिकों को पता चला कि चटख रंग धूप में चमकने लगते हैं और तितली को देखना आसान हो जाता है. इस तरह कुछ तितलियां दूर से ही बता देती है कि उनके पास फटकना खतरे से खाली नहीं है.
डबल सेफ्टी
पटेल कहते हैं, "अगर धूप हो तो कुछ तितलियां चटख रंगों से शिकारियों को चेतावनी देती हैं. छांव होने पर वे पारदर्शी हो जाती हैं. इस छद्म से वे दोनों परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर पाती हैं."