फटाफट: एक नजर दुनिया पर
२८ जून २०१६1. यूरोप का ब्रिटेन पर जल्द ब्रेक्जिट का दबाव
ब्रिटेन के ब्रेक्जिट के फैसले के बाद उसे यूरोपीय संघ के नेताओं की ओर से राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के चलते जल्द से जल्द कार्रवाई करने का दबाव झेलना पड़ रहा है. उधर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि इससे वैश्विक विकास पर दबाव पड़ सकता है.
2. जर्मनी में धुर दक्षिणपंथी चरमपंथ का उभार
जर्मनी की घरेलू खूफिया एजेंसी की ओर से जारी एक वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक साल में धुर दक्षिणपंथी चरमपंथियों की ओर से हुए हिंसात्मक हमलों की संख्या में काफी उछाल आया है. 2015 में ऐसे 1,408 मामले दर्ज किए गए हैं जो कि उससे पिछले साल की तुलना में 42 फीसदी अधिक हैं. रिपोर्ट में इस किस्म के आतंकी संगठनों की सक्रियता की आशंका जताई गई है. इस दौर में जर्मनी में 10 लाख से अधिक शरणार्थी पहुंचे हैं.
3. कई आत्मघाती हमलों के बाद लेबनान को आतंकी लहर का खौफ
सीरिया की सीमा से लगे एक ईसाई गांव में हुए आठ आत्मघाती बम हमलों के बाद लेबनान की सरकार ने आतंकी हमलों की चेतावनी जारी की है. हालांकि अभी किसी ने भी इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन अधिकारियों का मानना है कि इन हमलों के पीछे इस्लामिक स्टेट का हाथ है.
4. चीन को देखते हुए इंडोनेशिया ने बढ़ाया रक्षा खर्च
इंडोनेशिया की संसद ने चीन के रुख को देखते हुए इस साल नातुना द्वीप में सैन्य सुविधाओं के लिए रक्षा खर्चों में भारी इजाफा किया है. चीन इस द्वीप के पास के समुद्र में इंडोनेशिया पर सीमा उल्लंघन के आरोप लगाता रहा है.
5. ब्रेक्जिट के सदमे पर ओबामा ने चेताया
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नेश्नल पब्लिक रेडियो पर एक साक्षात्कार में ब्रेक्जिट के बाद पैदा हो रहे वित्तीय और वैश्विक अस्थिरता के माहौल के खिलाफ चेताया है. उनका कहना था, ''ब्रेक्जिट पर वोट के बाद कुछ हद तक सदमे जैसी स्थिति बनी रही है, जैसे कि नाटो खत्म हो गया हो, ट्रांस अटलांटिक गठबंधन खत्म हो रहा हो और सारे के सारे देश अपने किनारों की ओर भाग रहे हों. ऐसा कुछ नहीं हो रहा है.''