ये पीते हैं सबसे ज्यादा कॉफी
आप दिन में कितने कप कॉफी पीते हैं? अगर अपनी कॉफी की कुल खपत का हिसाब लगाएं तो साल भर में कितने किलो इस्तेमाल करते होंगे? कुछ लोग तो 12 किलो तक इस्तेमाल कर लेते हैं.
10. कनाडा - सालाना 6.2 किलो प्रति व्यक्ति
सबसे ज्यादा कॉफी पीने वाले 10 देशों की सूची में कनाडा एकमात्र ऐसा देश है जो यूरोप में नहीं है. शायद यहां का सर्द मौसम लोगों को कॉफी की ओर आकर्षित करता है. कनाडा की कॉफी एसोसिएशन के अनुसार कॉफी देश का सबसे लोकप्रिय पेय है.
09. लग्जमबर्ग - सालाना 6.5 किलो प्रति व्यक्ति
यह यूरोप के सबसे छोटे देशों में से एक है लेकिन यहां के लोगों का कॉफी प्रेम बहुत बड़ा है. लोग यहां आम तौर पर फिल्टर कॉफी ही पीना पसंद करते हैं लेकिन "ले रुसे" नाम की कॉफी यहां की खासियत है. इस नाम का मतलब है रूसी दूध और यह एक तरह की कैपुचीनो है.
08. बेल्जियम - सालाना 6.8 किलो प्रति व्यक्ति
बेल्जियम के नाम के साथ अकसर चॉकलेट और वॉफल का नाम जुड़ता है. लेकिन चॉकलेट और वॉफल को खाने के लिए साथ में कॉफी की जरूरत भी तो पड़ती है. कांगो और रवांडा जैसे अफ्रीकी देशों में बेल्जियम का उपनिवेश था और वहीं से यहां कॉफी की शुरुआत हुई.
07. स्विट्जरलैंड - सालाना 7.9 किलो प्रति व्यक्ति
यूरोप के अन्य देशों से अलग स्विट्जरलैंड के लोग फिल्टर कॉफी में उतनी दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं, बल्कि यहां लोगों को छोटे से कप में पी जाने वाली गाढ़ी, बेहद स्ट्रॉन्ग एस्प्रेसो पीने का शौक है. माना जाता है कि "काफे क्रेमा" की शुरुआत स्विट्जरलैंड में ही हुई थी.
06. स्वीडन - सालाना 8.2 किलो प्रति व्यक्ति
इस देश में कॉफी सिर्फ एक ड्रिंक नहीं है, बल्कि जीने का तरीका है. यूं तो अकेले बैठ कर भी कॉफी पी जा सकती है लेकिन दोस्तों और परिवार के साथ बैठ कर कॉफी की चुस्कियां लेने का मजा ही अलग होता है. इसे ठीक वैसे ही समझा जा सकता है जैसे भारत में चाय की दीवानगी है.
05. नीदरलैंड्स - सालाना 8.4 किलो प्रति व्यक्ति
17वीं शताब्दी में पहली बार नीदरलैंड्स के लोगों ने ही अफ्रीका में कॉफी के पेड़ों पर अपना अधिकार जमाया था. फिर जावा और सूरीनाम में कॉफी की खेती की जाने लगी. धीरे धीरे नीदरलैंड्स में कॉफी शॉप प्रचलित होने लगे. हालांकि आज वहां "कॉफी शॉप" का मतलब बदल गया है क्योंकि अब वहां गांजा खरीदा जा सकता है.
04. डेनमार्क - सालाना 8.7 किलो प्रति व्यक्ति
अकसर लोग सुबह या शाम को कॉफी पीते हैं. लेकिन डेनमार्क के लोग तो जब कुछ खाते हैं, तो उसके बाद उसे पचाने के लिए कॉफी जरूर पीते हैं. और ऐसा तब है जब कॉफी को देश में एक महंगा ड्रिंक माना जाता है.
03. आइसलैंड - सालाना 9 किलो प्रति व्यक्ति
इस सूची में सबसे ऊपर नाम उन्हीं देशों के हैं जो यूरोप के सबसे ठंडे देश हैं. जाहिर है, लोग खुद को गर्म रखने के लिए गर्म कॉफी का सहारा लेते हैं. लेकिन ये सारी कॉफी आज भी अफ्रीकी देशों से ही मंगाई जाती है क्योंकि इन सर्द इलाकों में कॉफी उगाना नामुमकिन है.
02. नॉर्वे - सालाना 9.9 किलो प्रति व्यक्ति
यूरोप के अन्य देशों की तरह नॉर्वे में भी कॉफी कभी रईसों की शान हुआ करती थी. आज यह हर किसी की पहुंच में है. सुबह की शुरुआत यहां अकसर ब्लैक कॉफी से की जाती है और रात के खाने के बाद जब मीठा परोसा जाता है, तब भी ब्लैक कॉफी ही पी जाती है.
01. फिनलैंड - सालाना 12 किलो प्रति व्यक्ति
यहां हर व्यक्ति दिन में कम से कम दो कप कॉफी जरूर पीता है. लेकिन चूंकि दिन भर कॉफी पी जाती है, इसलिए यहां ज्यादा स्ट्रॉन्ग कॉफी नहीं बनाई जाती. वैसे जहां तक लाइट कॉफी पीने की बात है, तो भारतीयों से ज्यादा लाइट तो शायद ही कोई पीता हो क्योंकि भारत में अधिकतर लोग कॉफी भी चाय की ही तरह खूब दूध और चीनी मिला कर बनाते हैं.