पिछली सरकार के इन मंत्रियों को नहीं मिली मोदी कैबिनेट 3.0 में जगह
नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की नई सरकार में बीजेपी के कुछ दिग्गज नेताओं को मंत्रिमंडल से बाहर किया गया है. देखिए कौन-कौन हैं इस लिस्ट में.
स्मृति ईरानी
2014 से 2024 तक पांच अलग-अलग मंत्रालयों की प्रभारी रह चुकी स्मृति ईरानी को 2024 में कोई मंत्री पद नहीं दिया गया है. इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने ईरानी को अमेठी सीट पर 1.67 हजार वोटों से हरा दिया. इस बार के लोकसभा चुनावों में स्मृति ईरानी समेत 15 मंत्री अपनी सीट नहीं बचा सके.
ईरानी को कितना बड़ा झटका
2014 में अमेठी से चुनाव हारने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिया गया. फिर उन्हें कपड़ा मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सौंपा गया. मई 2019 में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री बनाया गया. बाद में 2022 में उन्हें अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय भी दिया गया.
अनुराग ठाकुर
49 साल के अनुराग ठाकुर को भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है. पिछली सरकार में वित्त एवं कॉरपोरेट राज्य मंत्री, युवा मामले व खेल मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. 2024 में अनुराग ठाकुर अपना चुनाव तो जीत गए लेकिन उनके लोकसभा क्षेत्र में हुए विधानसभा उप-चुनावों में पार्टी जीत दर्ज नहीं कर पाई.
ठाकुर को कितना बड़ा झटका
ऐसे वक्त में लेकिन जब बीजेपी में अगली पीढ़ी के नेतृत्व की सुगबुहाहट होने लगी, तब अनुराग ठाकुर को मंत्रिमंडल से बाहर करना एक बड़ा संकेत है. हिमाचल के पूर्व मुख्यंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता रह चुके प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर भाजयुमो के सहारे राजनीतिक सीढ़ियां चढ़े. लेकिन 2019 के बाद से अनुराग ठाकुर अक्सर विवादित बयानों और अतिवादी प्रतिक्रिया के लिए आलोचना का शिकार बने हैं.
अश्विनी चौबे
71 साल के अश्विनी कुमार चौबे को बीती सरकारों में तीन मंत्रालयों का राज्य मंत्री बनाया गया. पहले वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री थे. फिर उन्हें पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और ग्राहक सेवा, खाद्यान्न व जन वितरण मंत्रालय का राज्य मंत्री बनाया गया. बिहार की बक्सर सीट से जैसे ही उनका टिकट कटा वैसे ही साफ हो गया था कि चौबे की अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में वापसी मुश्किल होगी.
नारायण राणे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को भी इस बार मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया है. राणे को जुलाई 2021 में लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री बनाया गया. सरकार को उम्मीद थी कि यह मंत्रालय मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया को नई ऊंचाई पर ले जाएगा और नौकरियां भी पैदा करेगा. लेकिन जानकार मानते हैं कि इसमें औसत सफलता भी नहीं मि
अर्जुन मुंडा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा को भी नए मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. आदिवासी नेता अर्जुन मुंडा पिछली सरकार में आदिवासी मामलों के मंत्री थे. 2024 के लोकसभा चुनावों में अर्जुंन मुंडा को हार का सामना करना पड़ा.