दुनिया का सबसे दुर्लभ पासपोर्ट
यह माना जाता है कि कुछ पासपोर्ट दूसरों की तुलना में अधिक प्रभाव रखते हैं. लेकिन एक ऐसा भी पासपोर्ट है जो दुर्लभ है.
दुर्लभ पासपोर्ट
दुनिया में सबसे दुर्लभ पासपोर्ट सॉवरेन मिलिट्री ऑर्डर ऑफ माल्टा का है. ऑर्डर ऑफ माल्टा ने अपना पहला पासपोर्ट 1300 के दशक में जारी किया था.
केवल 500 पासपोर्ट
वर्तमान में ऑर्डर ऑफ माल्टा की तरफ से लगभग 500 राजनयिक पासपोर्ट प्रचलन में हैं, जो इसे दुनियाभर में सबसे दुर्लभ पासपोर्ट बनाता है.
अनोखा है माल्टा
सॉवरेन मिलिट्री ऑर्डर ऑफ माल्टा एक संप्रभु राष्ट्र है, जिसे संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक का दर्जा मिला हुआ है. इसका अपना संविधान है, लेकिन इसके पास कोई जमीन नहीं है.
अनोखा देश
यह देश कार लाइसेंस प्लेट जारी करता है, चाहे वहां उन कारों को चलाने के लिए कोई सड़क नहीं हो. देश की अपनी करेंसी, स्टांप और पासपोर्ट हैं.
किसे मिलता है यह पासपोर्ट
यह विशेष पासपोर्ट संप्रभु परिषद के सदस्यों और राजनयिक मिशनों के नेताओं के साथ-साथ उनके परिवारों को दिया जाता है.
कब तक वैध होता है यह पासपोर्ट
ग्रैंड मास्टर्स के लिए पासपोर्ट सबसे लंबी अवधि (एक दशक) के लिए वैध होते हैं, क्योंकि वे दो कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं और उन्हें 85 वर्ष की आयु तक सेवानिवृत्त होना जरूरी है. अन्य पासपोर्ट चार साल के लिए वैध रहते हैं और वे खास तौर से राजनयिक मिशनों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.