इन जानवरों की होती है सबसे ज्यादा तस्करी
वन्यजीव तस्करी दुनिया में चौथा सबसे बड़ा अवैध व्यापार है. इसके कारण कई प्रजातियां विलुप्ति के कगार पर पहुंचा रही हैं. अमेरिकी गृह सुरक्षा मंत्रालय के मुताबिक सबसे ज्यादा तस्करी इन जानवरों की होती हैः
सबसे ज्यादा तस्करीः गैंडा (29 फीसदी)
दुनिया में सबसे ज्यादा तस्करी गैंडे की होती है. इसका अवैध शिकार उसके सींग के लिए किया जाता है, जो कई देशों में दवाओं और आभूषणों में इस्तेमाल होता है.
पैंगोलिन (28 फीसदी)
पैंगोलिन की खाल और उसके अंगों का उपयोग पारंपरिक दवाओं में किया जाता है. यह दुनिया का सबसे ज्यादा तस्करी किया जाने वाला स्तनधारी है.
हाथी (15 प्रतिशत)
हाथियों को उनके दांतों के लिए मारा जाता है, जिन्हें तस्करी के लिए निकाल लिया जाता है. यह तस्करी हाथियों को विलुप्ति की कगार पर पहुंचा रही है.
ईल मछली, मगरमच्छ (5 फीसदी)
ईल मछलियों की तस्करी उनके मांस के लिए की जाती है, जो एशियाई देशों में एक विशेष व्यंजन के रूप में प्रसिद्ध है. इसी तरह कुल तस्करी में पांच फीसदी हिस्सेदारी मगरमच्छों की है जिनकी तस्करी उनकी खाल और मांस के लिए की जाती है. इनकी खाल से महंगे फैशन उत्पाद बनाए जाते हैं.
तोता, मांसाहारी जीव, कछुए (2 फीसदी)
तोते और कोकाटु जैसे रंगीन पक्षी अपने सुंदर पंखों और पालतू जानवरों के रूप में लोकप्रिय होने के कारण तस्करी का शिकार बनते हैं. इसी तरह मांसाहारी जीव, जैसे बाघ और तेंदुए, अपनी खाल, हड्डियों और अंगों के लिए तस्करी का शिकार होते हैं. जीवों के अंग पारंपरिक दवाओं और सजावटी वस्त्रों में उपयोग होते हैं. कछुए भी अपने मांस, खाल और पालतू जानवरों के रूप में लोकप्रिय होने के कारण तस्करी का शिकार होते हैं.
सांप (2 प्रतिशत)
तस्करी किए जाने वाले जानवरों में तोते और कछुओं के साथ छठे नंबर पर सांप हैं. सांपों की तस्करी उनके खाल और जहर के लिए की जाती है, जो फैशन उद्योग और चिकित्सा में प्रयोग होते हैं.