तिमादिते की सर्दियां
दिल्ली की सर्दी को कोसने वाले जरा मगरिब के ऐटलस पहाड़ों की सर्दियां देखें. मोरक्को का तिमादिते गांव उत्तरी अफ्रीका का सबसे ऊंचा गांव है जहां अमाजिग कबीला रहता है. सर्दियां आते ही यह गांव बाकी दुनिया से कट जाता है.
बर्फ में ढकी फूसबॉल मेज
मौसम की पहली बर्फबारी के बाद यह टेबल बर्फ से ढक गई है. खेलने वाले युवा भी फिलहाल इससे दूर हैं और जब तक बर्फबारी जारी रहेगी, वे यहां नहीं आ पाएंगे.
ऐसी सर्दी में कपड़े धोने का सोचिए
कभी-कभार जब सूरज निकलता है तो घर की महिलाएं फटाफट कपड़े धोकर सुखा देती हैं. ज्यादातर मर्द पास के कस्बों में काम पर निकल जाते हैं.
परिवार बिना कुछ नहीं
इस समुदाय के लिए परिवार की बहुत ज्यादा अहमियत है. उनके बिना इस दुर्जन इलाके में जीवन संभव नहीं है. गांव की महिलाएं एक दूसरे की मदद से ही सारे काम करती हैं.
खाने की खोज
बर्फ ढकी बंजर धरती पर खाना खोजना लगभग असंभव है. सर्दियों में कबीले के लोग इन भेड़ों के मांस पर ही जिंदा रह पाते हैं.
सख्त है सर्दी
जब अल्हसन भेड़ नहीं चरा रहे होते तो अपने इस टेंट में आराम फरमाते हैं. इस दौरान वह बारिश के लिए प्रार्थना करते हैं ताकि उनकी फसल की सिंचाई हो सके.
बुजुर्गों की मुश्किलें
अक्ली फातिमा जैसे बुजुर्गों के लिए सर्दियां खासकर मुश्किल होती हैं. उन्हें हर काम में किसी की मदद चाहिए और सर्दियों में मदद और कठिन हो जाती है क्योंकि काम बढ़ जाते हैं.
नई तकनीक की पहुंच
गांव तक नई तकनीक धीरे धीरे पहुंच रही है. सोलर पैनल जैसी चीजें मददगार साबित हो रहीं है. बिजली और गर्मी ने घरों को थोड़ा आरामदायक बना दिया है.