लॉकडाउन की वजह से फिर सांस ले रहा है थाईलैंड का यह द्वीप
थाईलैंड के फी फी द्वीप समूह का 'माया बे' बहुत ज्यादा पर्यटन की वजह से बर्बादी के कगार पर पहुंच गया था. तीन साल की रोक के बाद एक जनवरी से यहां फिर से पर्यटकों को आने की इजाजत मिलेगी. लेकिन इस बार कड़े नियम लागू किए जाएंगे.
प्रकृति को एक मौका
कोविड-19 महामारी ने मानव जाति का बहुत नुकसान किया लेकिन कुछ प्राकृतिक ठिकानों को दोबारा स्वस्थ होने का मौका भी दिया. तालाबंदी की वजह से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बंद हो गया था और इस बीच अंडमान समुद्र में फी फी लेह के फिरोजी रंग के पानी में एक शांत पुनर्जीवन शुरू हुआ.
भारी नुकसान
फी फी द्वीप समूह के राष्ट्रीय उद्यान के कुछ हिस्सों को तो महामारी के पहले ही बंद कर दिया गया था. 2018 की ही शुरुआत में अधिकारियों ने घोषणा कर दी थी कि नष्ट होते मूंगों और समुद्री जीव जंतुओं के स्वास्थ्य लाभ के लिए माया बे को हर साल चार महीनों के लिए बंद रखा जाएगा.
मोह लेने वाली सुंदरता
महामारी के पहले यहां हर साल 20 लाख से भी ज्यादा पर्यटक आते थे. माया बे में 2000 में लियोनार्डो डिकैप्रियो की फिल्म "द बीच" की शूटिंग भी हुई थी. लेकिन हॉलीवुड से मिली प्रसिद्धि के बाद यहां के 250 मीटर के तटों के एक ही इलाके में रोजाना 6,000 तक लोग आने लगे.
खो गया स्वर्ग
इस अनियंत्रित पर्यटन से इस इलाके के नाजुक इकोसिस्टम को बर्बाद कर दिया. कासेत्सात विश्वविद्यालय के थोन थामरोंगनावासावत ने बताया, "बस करीब 10 सालों में मूंगों की उपस्थिति 60 प्रतिशत से भी ज्यादा कम हो गई है." 2018 में उन्होंने ही सरकार को इलाके के एक हिस्से को बंद करने के लिए मना लिया.
मौके का फायदा
साल भर बाद ही महामारी आ गई और इस इलाके को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. थाईलैंड के कई नियमों की वजह से पर्यटकों की संख्या लगभग शून्य पर ही पहुंच गई. वैज्ञानिकों ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया. इस तस्वीर में मरीन बायोलॉजिस्ट कुल्लवित लिमचुलारात और उनकी टीम मूंगे की चट्टानों को फिर से जीवित करने के लिए एक युवा बम्बू शार्क को छोड़ रहे हैं.
विलुप्तप्राय प्रजातियों की वापसी
माया बे में बाहर से लाए गए 40 प्रतिशत से भी ज्यादा मूंगे जिंदा रह गए. इसके अलावा ब्लैकटिप शार्क, हॉक्सबिल टर्टल और व्हेल शार्क जैसी दर्जनों प्रजातियां वापस आ चुकी हैं. थोन ने कहा, "हर बात इसी तरफ इशारा कर रही है कि ज्यादा प्रजनन हो रहा है, विशेष रूप से शार्कों में क्योंकि उन्हें शांत इलाके पसंद हैं."
"हम भी मदद करना चाहते हैं"
अब थाईलैंड एक बार फिर खुल चुका है और पर्यटन फिर से गति पकड़ रहा है. अधिकतर पर्यटक अभी भी स्थानीय हैं, लेकिन धीरे धीरे विदेशी पर्यटक भी आ रहे हैं. पेरिस से आए फ्रांसिस ने कहा, "हम सिर्फ यहां के फिरोजी पानी में गोते लगाना ही नहीं चाहते हैं. हम मदद भी करना चाहते हैं."
एक नई शुरुआत
एक जनवरी से माया बे को पर्यटकों के लिए फिर से खोला जा रहा है. लेकिन उन्हें कड़े नियमों का पालन करना होगा.
सस्टेनेबल पर्यटन की ओर
माया बे में एक दिन में सिर्फ अधिकतम 300 पर्यटकों को जाने की इजाजत दी जाएगी. इस तरह की नावों को यहां आने की अनुमति नहीं मिलेगी. थाईलैंड को उम्मीद है कि फी फी द्वीपों को एक नए, सस्टेनेबल किस्म के पर्यटन के लिए आदर्श बनाया जा सकेगा. (नेले जेंश)