ताइवान ऊर्जा जरूरतों के लिए जीवाश्म पर निर्भर है, लेकिन द्वीप होने के नाते जलवायु परिवर्तन उसे भी प्रभावित कर रहा है, ताइवान सरकार अक्षय ऊर्जा पर भारी निवेश करना चाहती है, लेकिन क्या यह पर्याप्त होगा?
जर्मनी में होने वाली कॉप23 में अक्षय ऊर्जा पर होने वाली हर बातचीत भारत के लिए अहम रहेगी. इसकी वजह है कि दुनिया भर के अक्षय ऊर्जा निवेशकों को भारत इन दिनों खूब लुभा रहा है.