सीरियाई बच्ची का राष्ट्रपति ट्रंप के नाम एक पत्र
२५ जनवरी २०१७"आपको सीरिया के बच्चों के लिए भी कुछ करना चाहिए, ये भी आपके बच्चों की ही तरह हैं जो शांति के हकदार हैं”. ये शब्द सात साल की बाना के हैं जिसने अपनी चिट्ठी के जरिये अमेरिका के राष्ट्रपति से सीरिया में शांति की गुहार लगाई है. सीरिया के अलेप्पो शहर में रहने वाली बाना ने दिसबंर में अपना घर छोड़ दिया था और तमाम सीरियाई लोगों की ही तरह फिलहाल तुर्की में रह रही है.
बाना ने ट्वीट के जरिये दिए गए संदेश लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुए थे. सोशल मीडिया के इस्तेमाल में बाना की मदद करने वाली उनकी मां फातिमा ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को लिखी गई चिट्ठी मीडिया के साथ साझा की थी. उन्होंने बताया कि ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के कुछ दिन पूर्व ही उनकी बेटी ने यह पत्र लिखा था क्योंकि वह कई बार ट्रंप को टीवी पर देख चुकी थी.
बीबीसी को दिए गए इस पत्र में बाना ने लिखा,
प्रिय डॉनल्ड ट्रंप
मेरा नामा बाना अलाबेद है और मेरी उम्र सात साल है. मैंने अब तक की अपनी जिंदगी सीरिया में ही गुजारी थी लेकिन पिछले साल दिसंबर में पूर्वी अलेप्पो पर कब्जा किए जाने के बाद हमें वहां से भागना पड़ा. मैं उन पीड़ित सीरियाई बच्चों में से एक हूं जिसे सीरिया में चल रही लड़ाई की मार झेलनी पड़ रही है. फिलहाल हम तुर्की में शांति से अपना जीवन गुजार रहे हैं. अलेप्पो में मैं स्कूल जाती थी लेकिन बमबारी में मेरा स्कूल नष्ट हो गया. मेरे कुछ दोस्तों की जान भी चली गई. मैं बहुत दुखी हूं, सोचती हूं कि काश वो मेरे साथ होते तो हम पहले की तरह साथ खेल पाते. लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि अब अलेप्पो मौत का शहर बन गया है. लेकिन अब हम तुर्की में बाहर जा सकते हैं, मैं यहां स्कूल भी जा सकती है इसलिए शांति मेरे आपके और सबके लिए जरूरी है. इसलिए आपको सीरिया के बच्चों के लिए कुछ करना चाहिए क्योंकि वे भी आपके बच्चों की ही तरह सुख-शांति के हकदार हैं. अब भी सीरिया के तमाम बच्चे ऐसी मार झेल रहे हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों में युद्ध की त्रासदी झेल रहे हैं.
मैं जानती हूं कि आप अमेरिका के राष्ट्रपति हैं इसलिए क्या आप सीरिया के बच्चों की मदद करेंगे? अगर आप मुझसे सीरिया के बच्चों की मदद करने का वादा करेंगे तो आपकी दोस्त बनूंगी. मुझे उम्मीद हैं कि आप सीरिया के बच्चों के लिए कुछ करेंगे.
तस्वीरों में, अलेप्पो तब और अब