चिली 2050 तक कार्बन-न्यूट्रल बनने की दिशा में काम कर रहा है और उसका सेरो दोमिनादोर सोलर थर्मल पावर प्लांट इस लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम है. ऊर्जा को स्टोर करने के लिए यहां पिघले हुए नमक का इस्तेमाल होता है, जो पारंपरिक जल-आधारित स्टोरेज की तुलना में तीन गुना अधिक प्रभावी है. जानिए कैसे चिली हरित ऊर्जा क्रांति का नेतृत्व कर रहा है.