सबसे कामयाब सीरीज बनी 'स्क्विड गेम'
दक्षिण कोरियाई सीरीज 'स्क्विड गेम' नेटफ्लिक्स की अब तक की सबसे कामयाब प्रॉडक्शन बन गई है. इस सीरीज का असर ऐसा हुआ है कि लोगों ने बचपन के खेल तक दोबारा खेलने शुरू कर दिए हैं.
सिर चढ़ा जादू
स्क्विड गेम का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. दुनियाभर में इस सीरीज में दिखाए गए चैलेंज हो रहे हैं.
‘स्क्विड गेम’ का ऐसा असर
सीरीज में ‘हनीकॉम्ब’ नाम का एक चैलेंज है जिसमें कोरियाई कैंडी डालगोना पर बनी आकृति को नुकसान पहुंचाए बिना उसके किनारे चाट कर या तोड़कर हटाने होते हैं. सिंगापुर के ‘ब्राउन बटर कैफे’ ने हाल ही में यह चैलेंज करवाया. अगर सीरीज वाले नियम लागू होते तो अब तक यह महिला मर चुकी होती.
डालगोना का पुनर्जन्म
दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में जंग जंग-सून और उनके पति लिम चांग-जू (बाएं) अपने स्टॉल पर डालगोना बना रहे हैं. ‘स्क्विड गेम’ में इस्तेमाल किए गए डालगोना इन्हीं दोनों ने बनाए हैं. अब सीरीज के सफल होने के बाद उनकी दुकान पर ग्राहकों की लाइन लगी रहती है.
चीनी और बेकिंग सोडा
गूगल पर सर्च करें तो आपको डालगोना की तमाम रेसिपी मिलेंगी. और दुनियाभर में इसे सर्च किया जा रहा है. इसके लिए चीनी को पिघलने तक गर्म करके उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा डाला जाता है. फिर इसे जमने तक रखा जाता है और एक मोल्ड के जरिए कोई आकृति बना दी जाती है.
आबु धाबी में हनीकॉम्ब
इस सीरीज का सफल होना कोई संयोग नहीं है. 1990 के दशक से ही दक्षिण कोरिया की सरकार अपने सांस्कृतिक उत्पादों जैसे टीवी, फिल्में और संगीत आदि के निर्यात को प्रोत्साहित कर रही है. यह रणनीति कामयाब भी रही है. आबु धाबी के कोरियन कल्चरल सेंटर ने हाल ही में हनीकॉम्ब चैलेंज का आयोजन किया.
रेड लाइट, ग्रीन लाइट
फिलीपीन्स में सीरीज की प्रमोशन के लिए रोबोट डॉल का इस्तेमाल किया गया जो सीरीज में ‘रेड लाइन ग्रीन लाइट’ गेम में इस्तेमाल होती है.
बच्चों के खेल
‘स्क्विड गेम’ में खेला गया यह खेल जगह जगह खेला जा रहा है. दक्षिण कोरिया का यह पारंपरिक खेल है, जिसे अब फिर से नया जीवन मिल गया है.