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समाज

सऊदी अरब: महिला अधिकार कार्यकर्ता की जेल से रिहाई

११ फ़रवरी २०२१

31 साल की हथलौल को मई 2018 में दर्जन भर दूसरी महिला कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार किया गया था. उन्हें महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे बैन को हटाए जाने के ऐन पहले गिरफ्तार किया गया था.

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तस्वीर: Reuters/ Amnesty International/M. Wijntjes

हथलौल ने सऊदी अरब में महिलाओं को गाड़ी चलाने का अधिकार देने की मांग उठाई थी. उनके साथ दर्जन भर और महिला कार्यकर्ताओं को साल 2018 में गिरफ्तार कर लिया गया था. ये सभी महिला कार्यकर्ता देश में दशकों से चले आ रहे महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रही थीं. उनकी हिरासत के तीन हफ्ते के बाद देश ने महिलाओं के ड्राइविंग पर लगा बैन हटा दिया था. हथलौल की गिरफ्तारी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी विरोध भी हुआ था. उस समय तक सऊदी अरब महिलाओं को गाड़ी चलाने से रोकने वाला दुनिया का एकमात्र देश था.

परिवार में खुशी

हथलौल की रिहाई से उनका परिवार खुश है. हालांकि वे अभी परिवीक्षा पर रहेंगी. हथलौल की रिहाई के लिए उनके रिश्तेदारों ने अभियान चलाया था. उनकी बहन लिना-अल हथलौल ने ट्विटर पर लिखा, "लुजैन घर पर हैं. 1001 दिन जेल में बिताने के बाद वे घर पर आ गई हैं." उन्होंने अपने ट्वीट के साथ हथलौल की तस्वीर भी साझा की. पिछले साल दिसंबर में हथलौल को सऊदी अरब की विशेष अपराध अदालत ने पांच साल और आठ महीने की सजा सुनाई थी. उन्हें आतंकवाद निरोधी कानूनों के तहत दोषी माना गया था. इसके बाद अदालत ने उनकी दो साल 10 महीने की सजा निलंबित कर दी थी, जेल में रहते हुए वे ज्यादातर सजा काट चुकी हैं.

अमेरिका ने स्वागत किया

अमेरिका ने हथलौल की रिहाई को स्वागत योग्य कदम बताया है. साथ ही उसने कहा है कि उन्हें जेल भेजना सही नहीं था. विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, "महिलाओं के अधिकारों और अन्य मानवाधिकारों के लिए अभियान और वकालत करना कभी भी अपराध नहीं माना जाना चाहिए." हालांकि हथलौल पर अब भी सऊदी कोर्ट द्वारा पांच साल के लिए यात्रा प्रतिबंध लगा हुआ है.

मानवाधिकार समूहों के साथ-साथ हथलौल के परिवार का कहना है कि उन्हें जेल में यातनाएं दी गईं, बिजली के झटके दिए गए, कोड़े मारे गए और उनका यौन शोषण भी किया गया. सऊदी ने इन आरोपों से इनकार किया है. संयुक्‍त राष्‍ट्र ने हथलौल की रिहाई के कदम का स्‍वागत किया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने एक बयान में कहा, "यह महत्वपूर्ण कदम है. जो उनके जैसी स्थिति में हैं, जिन्हें वैसे ही कारणों से जेल में डाला गया है, उन्हें भी रिहा किया जाए."

एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)

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