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समाज

सऊदी अरब ने उमरा के लिए बनाया नया 'नियम'

६ अप्रैल २०२१

सऊदी अधिकारियों ने कहा है कि जो लोग कोरोना का टीका लगवा चुके हैं उन्हें ही उमरा करने की इजाजत होगी. रमजान के महीने में सिर्फ कोविड-19 का टीका लगवा चुके ही उमरा के लिए जा पाएंगे.

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तस्वीर: Yasser Bakhsh/Reuters

सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि तीन श्रेणियों के लोगों को "प्रतिरक्षित" माना जाएगा - जिन लोगों ने वैक्सीन की दो खुराकें ली हुई हैं, दूसरा उन लोगों को जिन्होंने 14 दिन पहले खुराक ली हो और तीसरा वे लोग जो कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. इन्हीं लोगों को उमरा की इजाजत दी जाएगी और मक्का की मस्जिद अल-हरम में नमाज पढ़ने की छूट होगी. बयान में कहा गया है कि नीति के लागू किए जाने से रमजान के दौरान मस्जिद अल-हरम की "परिचालन क्षमता बढ़ जाएगी." बयान में साथ ही कहा गया है कि यह शर्त मदीना में पैगंबर मोहम्मद की मस्जिद, मस्जिद-ए-नबवी के लिए भी लागू होंगी.

मंत्रालय ने कहा कि नीति रमजान से शुरू होगी, जो इस महीने के मध्य में शुरू होने वाला है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब तक जारी रहेगी. यह भी साफ नहीं है कि क्या यह दिशा-निर्देश, जो सऊदी अरब में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लागू किया गया है, को इस साल के हज यात्रा के लिए बढ़ाया जाएगा. सऊदी अरब ने कोरोना वायरस संक्रमण के 3,93,000 से अधिक मामले दर्ज किए हैं और कोविड-19 के चलते 6,700 से अधिक मौतें हुईं हैं.

देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उसने 3.4 करोड़ आबादी वाले देश में अब तक 50 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन की खुराक दी है.

पिछले साल कोरोना वायरस के कारण आधुनिक इतिहास में सबसे कम लोग हज के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे. सिर्फ 10 हजार सऊदी ही हज में शामिल हो पाए थे जबकि अन्य सालों में लाखों लोग दुनिया भर से हज के लिए मक्का पहुंचते हैं. साल 2019 में करीब 25 लाख लोग हज के लिए पहुंचे थे.

एए/सीके (एएफपी)

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