इमारतें बनाने से लेकर कांच बनाने तक, बालू न जाने कहां-कहां इस्तेमाल होती है. लेकिन, धरती पर बालू की मात्रा तो सीमित ही है. तो इस समस्या से निपटने का एक तरीका सुझा रही है जर्मनी की एक कंपनी, जो बालू को सस्टेनेबल तरीके से इस्तेमाल करने के तरीके खोज रही है.