सड़कों पर मंडराती मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सड़क हादसों पर ताजा आंकड़े जारी किए हैं और इन हादसों को लाखों लोगों की मौत का कारण बताया है.
लाखों की मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि हर साल दुनिया भर में ट्रैफिक हादसों में 12.5 लाख लोग मरते हैं जबकि घायल होने वालों की संख्या दो करोड़ से पांच करोड़ है. 15 से 29 साल तक के लोगों में मौत का एक बड़ा कारण सड़क हादसे ही हैं.
गरीब देशों में स्थिति खराब
ट्रैफिक हादसों के दौरान होने वाली 90 फीसदी मौतें गरीब देशों में होती हैं जबकि इन देशों में दुनिया के लगभग 50 फीसदी वाहन ही हैं.
कौन हैं शिकार
खासकर अफ्रीकी देशों ऐसी मौतें सबसे ज्यादा होती हैं. मरने वालों में आधे लोग पैदल चलने वाले, साइकल सवार या फिर मोटरसाइकल सवार होते हैं
वरना हादसों में होगी वृद्धि
अगर ट्रैफिक हादसों की रोकथाम के लिए प्रयास तेज नहीं किए गए तो सड़क हादसों में और वृद्धि होने का अनुमान है और 2030 तक यह दुनिया में मौत का सातवां सबसे बड़ा कारण बन सकता है.
सड़क सुरक्षा अहम
हाल ही में अपनाए गए ‘2030 सतत विकास के एजेंडे’ में सड़क सुरक्षा को भी शामिल किया गया है. इसके तहत 2020 तक सड़क हादसों में मरने वाले लोगों की संख्या को घटाकर आधा करने का लक्ष्य रखा गया है.
अपनी सुरक्षा अपने हाथ
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि हेलमेट पहननने से जहां मौत का खतरा 40 प्रतिशत तक कम होता है, गाड़ी में आगे वाली सीट पर बेल्ट लगाने से जान के जोखिम को 40- 50 फीसदी कम किया जा सकता है.
ड्रिंक एंड ड्राइव
शराब पीकर गाड़ी चलाने से एक्सीडेंट का खतरा लगातार बना रहता है. इससे गंभीर चोट या जान का खतरा हो सकता है.