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आईएस पर दोहरा हमला, लाखों जानें खतरे में

विवेक कुमार२५ मई २०१६

उत्तर में राका और दक्षिण में फालूजा, आईएस के दोनों मजबूत गढ़ों पर एक साथ हमला बोला गया है. अमेरिका इस हमले में हवाई मदद कर रहा है. लेकिन साढ़े तीन लाख लोगों की जान पर बन आई है.

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तस्वीर: Getty Images/AFP/Ahmad Al-Rubaye

अमेरिका समर्थित सीरियाई लड़ाके राका में और इराकी सेनाएं फालूजा में इस्लामिक स्टेट से भिड़ गई हैं. हमला एक ही वक्त में किया गया है जिससे आतंकवादी संगठन आईएस पर भारी दबाव बन गया है. जिहादियों के खिलाफ ये अब तक के सबसे अहम हमले माने जा रहे हैं.

ये दोनों इलाके आईएस के लिए बेहद अहम हैं. फालूजा 2014 से उसके कब्जे में है और इराकी फौजें अब तक उसे जीत पाने में नाकाम रही हैं. और आईएस जिस इलाके को अपना देश कहता है, राका को उसकी राजधानी बना रखा है. इन दोनों ही हमलों के लिए अमेरिका हवाई सपोर्ट दे रहा है. इस हमले में कामयाबी का मतलब होगा आईएस की सीरिया और इराक में फैली ताकत को दो टुकड़े कर देना.

इराकी सेनाओं ने फालूजा पर हमला सोमवार को बोला था. सेना के एक अधिकारी मेजर जनरल इस्माइल अल-महालावी ने बताया कि बुधवार को आठवीं इराकी डिविजन दक्षिणी इलाकों में काफी आगे तक पहुंच चुकी है. उन्होंने बताया कि अमेरिका के नेतृत्व में लड़ाकू विमानों का समर्थन भी मिल रहा है.

सीरिया में कुर्द और अरब लड़ाकों का संगठन भी अमेरिका के हवाई हमलों की मदद से राका में आईएस लड़ाकों को पीछे धकेलने में कामयाब रहा है. अक्टूबर 2015 में बनाए गए इस संगठन को सीरियन डेमोक्रैटिक फोर्स कहा जाता है. मंगलवार को इसने राका पर हमले का एलान किया था. एसडीएफ में कुर्द मूल के लोगों की बहुलता है लेकिन अरब और ईसाई लड़ाके भी बड़ी संख्या में हैं. राका के आसपास यानी सीरिया के उत्तरी इलाकों में एसडीएफ का ताल अबयाद और आइन इस्सा नाम के दो कस्बों पर कब्जा है, जहां से सेनाएं आगे बढ़ रही हैं. एसडीएफ के प्रवक्ता तलाल सेलो ने बताया कि लड़ाई ग्रामीण इलाकों में हो रही है और गलियों में कोई लड़ाई नहीं हो रही है.

बगदाद में अमेरिकी सेना के प्रवक्ता कर्नल स्टीव वॉरेन ने कहा, “अगर राका जीत गए तो आईएस के गढ़ के टूटने की शुरुआत हो जाएगी.”

इन दोनों ही लड़ाइयों में सबसे ज्यादा खतरा उन शहरों में रहने वाले नागरिकों को है. आईएस मासूम नागरिकों को ढाल बनाकर लड़ रहा है. फालूजा में कम से कम 50 हजार लोग हैं जिनकी जान खतरे में पड़ गई है. और राका तो तीन लाख से ज्यादा लोगों का घर है.

एसडीएफ के प्रवक्ता सेलो ने बताया कि आतंकी ग्रामीणों को ढाल बनाकर लड़ रहे हैं इसलिए लड़ाई धीमी करनी पड़ रही है. राका बचाने के लिए बनाए गए संगठन “राका इज बीइंग स्लॉटर्ड साइलेंटली” के कार्यकर्ता अब्देल अजीज-अल-हमजा ने बताया कि आईएस के आतंकी लोगों को कत्ल कर रहे हैं. हमजा ने कहा, “किसी भी बिल्डिंग के दो-तीन अपार्टमेंट्स में लड़ाके रह रहे हैं. लोगों को घेर लिया गया है. वे शहर नहीं छोड़ सकते.” इसी तरह की स्थिति फालूजा के साथ है. मानवाधिकार संगठनों ने 50 हजार नागरिकों को युद्धरत इलाकों से सुरक्षित निकल जाने देने की अपील की है.

वीके/आरपी (एएफपी)