डूबे टैंकर से रिसता तेल सैकड़ों किलोमीटर में फैला
800,000 लीटर कच्चे तेल से भरा एक टैंकर चार हफ्ते पहले डूब गया. मिंडोरो द्वीप के पास डूबे फिलीपींस के इस टैंकर से निकला तैल सागर में फैल गया है. टैंकर से अब भी तेल रिस रहा है. समुद्री जीवों पर आपदा घिर आई है.
सैकड़ों किलोमीटर इलाके में फैला तेल
टैंकर में लदे तेल का आधा से ज्यादा हिस्सा सागर तल के सैकड़ों किलोमीटर के इलाके में फैल गया है. विशेषज्ञों का आकलन है कि उत्तरपश्चिम और दक्षिणपूर्व में तेल का फैलाव 162 वर्ग किलोमीटर के दायरे में हो सकता है.
तेल में डूबा केकड़ा
यह इलाका समुद्री जीवों से भरापूरा है. जैव विविधता के लिहाज से यह दुनिया के सबसे धनी इलाकों में है, लेकिन तेल के रिसाव से उस पर खतरा मंडरा रहा है. तेल में डूबे केकड़े को देख कर इसका अंदाजा हो जाता है. बहुत सारे जीवों की जान पर बन आई है.
इलाके की सफाई
प्रोटेक्टिव सूट, रबर के दस्ताने और सांस लेने में मदद करने वाले मास्क के साथ फिलीपीनी मछुआरे सागर किनारे रेत और चट्टानों तक पहुंचे तेल की सफाई करने में जुटे हैं. जितनी जल्दी सफाई का काम पूरा होगा, उतनी जल्दी मछली पकड़ने का काम शुरू होगा.
तेल का रिसाव
हादसे के दो दिन बाद तेल "बुहाय ना टूबिग" तक पहुंचा, जो पोला द्वीप का एक सुदूर गांव है. यह तेल के रिसाव से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में एक है. कुछ गांव वाले किनारों पर पहुंचे तेल के कारण बीमार हो गए. तेल के साथ बहुत सारा कचरा भी किनारों पर पहुंच रहा है.
मछली पकड़ने पर रोक
अधिकारियों ने मछली पकड़ने और तैरने पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी है. प्रभावित मछुआरे चिंता में डूबे हैं कि बिना मछली पकड़े उनका खर्च कैसे चलेगा. टैंकर के मालिकों ने प्रभावित लोगों को कुछ आर्थिक जुर्माना देने की बात कही है.
सफाई की जिम्मेदारी
बीते दो हफ्ते से मछुआरे हर दिन चार घंटे इलाके की सफाई में बिता रहे हैं. इसके लिए उन्हें सरकार से प्रतिदिन 6.5 डॉलर कीरकम मिल रही है. यह उनकी रोजाना की कमाई के आधे से थोड़ा ज्यादा है. इससे उन्हें गुजारे के लिए कुछ पैसा मिल रहा है.
कैसे होती है सफाई
मछुआरे तौलिया, पतले कपड़े और दूसरी सोखने वाली चीजों की मदद से किनारों के चट्टानों की सफाई करते हैं. हालांकि जितना वो एक दिन में साफ करते हैं उसके अगले ही दिन वहां फिर उतना ही तेल पहुंच जाता है और मछुआरे फिर साफ करते हैं.
रिसाव की चपेट में
सरकार का अनुमान है कि करीब 5,000 हेक्टेयर में फैला कोरल रीफ, समुद्री घास और मैंग्रोव भी इसकी चपेट में आएंगे. अगर तेल जड़ों तक पहुंच गया, तो मैंग्रोव का दम घुट जाएगा. इसी तरह कोरल रीफ कई प्रजाति की मछलियों के लिए प्रजनन की जगह होते हैं, उन पर भी असर होगा.
कब तक साफ होगा सागर
अधिकारियों का कहना है कि रिसाव को पूरी तरह साफ करने में कम-से-कम छह महीने लगेंगे. हालांकि तेल को पूरी तरह से हटाने और जहाज को निकालने में साल भर लग जाएंगे. यहां के जीवों और वनस्पतियों के लिए तो यह नुकसान जीवन भर का है.
कहां है टैंकर
टैंकर सागर के भीतर करीब 400 मीटर की गहराई पर पड़ा हुआ है. इसका लगभग 60 फीसदी तेल सागर में बह चुका है. अधिकारियों को उम्मीद है कि सारा तेल बहने से पहले रिसाव को रोका जा सकेगा. हालांकि अभी तक इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी है.