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समाज

अमेरिका में स्कूली बच्चों पर आसमान से गिरा विमान का ईंधन

१५ जनवरी २०२०

अमेरिका के लॉस एंजेलेस में स्कूली बच्चों पर गिरा विमान का ईंधन. जिसके बाद बच्चों ने त्वचा में चुभन और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की.

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USA, Los Angeles: Flugzeug lässt Treibstoff über Schule ab
तस्वीर: AP/S. Varley

अमेरिका के लॉस एंजेलेस के स्कूल के मैदान में खेल रहे बच्चों और टीचरों पर आसमान से अचानक चिपचिपा पदार्थ बरसने लगा. जिसके भी शरीर पर ये पदार्थ गिरा उसकी त्वचा में जलन होने लगी और कुछ देर बाद सांस लेने में भी दिक्कत आने लगी. आसमान से बरसा यह पदार्थ एक यात्री विमान का ईंधन था, जिसे डेल्टा एयरलाइंस के पायलट ने विमान में दिक्कत होने के कारण हवा में उड़ते विमान से निकालने का फैसला लिया था.

इस विमान को बाद में कैलिफोर्निया के एयरपोर्ट में लैंड किया गया. दरअसल डेल्टा एयरलाइंस ने जैसे ही लॉस एंजेलेस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी उसके इंजिन में गड़बड़ी होने लगी. आपातकालीन वापसी करने के लिए पायलट ने विमान का ईंधन गिरा दिया. यही ईंधन कैलिफोर्निया में स्कूली बच्चों के खेल के मैदान पर गिरा.

विमान हवा में ईंधन क्यों छोड़ते हैं

इस प्रक्रिया को 'फ्यूल जेटिसन' कहा जाता है. विमान में उतना ही ईंधन भरा जाता है जितना कि एक जगह से दूसरी जगह तक जाने के लिए काफी हो. लेकिन अगर आपातकालीन स्थिति में अगर विमान की गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही लैंडिंग करानी हो तब विमान का वजन कम करने के लिए हवा में ईंधन गिराना जरूरी हो जाता है. ईंधन से भरे विमान को लैंड कराना मुश्किल होता है. अगर पायलट के पास समय होता है तो वह हवा में चक्कर लगाकर ईंधन को खर्च कर सकता है. नहीं तो आकाश में ही ईंधन छोड़ा जाता है. शर्त यह होती है कि पायलट को इतनी उंचाई से ईंधन को गिराना होता है जिससे जमीन पर पहुंचने से पहले ही ईंधन छितर जाए. इस ईंधन को किसी के घर, जमीन और व्यक्ति तक पर सीधे नहीं गिरना चाहिए क्योंकि यह ईंधन ज्वलनशील होता है.   

USA, Los Angeles: Flugzeug lässt Treibstoff über Schule ab
तस्वीर: AP/S. Varley

अग्निशमन अधिकारियों के मुताबिक 56 लोगों को त्वचा और फेफड़ों में जलन की शिकायत दर्ज की गई है. जिनमें बच्चे भी शामिल हैं. यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने घटना की जांच शुरु कर दी है. एफएए ने कहा, "अमेरिका में किसी भी विमान को चलाने के लिए विशेष ईंधन डंपिंग प्रक्रियाएं होती हैं. जिसके मुताबिक विमान में खराबी आने की स्थिति में खाली क्षेत्रों में ईंधन फेंकने की अनुमति दी जाती है. आमतौर पर ईंधन को इतनी ऊंचाई से फेंका जाता है जिससे ईंधन जमीन पर पहुंचने से पहले ही छितर जाए."

डेल्टा एयरलाइंस की इस फ्लाइट ने लॉस एंजेलेस से शंघाई ने लिए जैसे ही टेकऑफ किया, उसके कुछ ही मिनटों बाद विमान के इंजिन में परेशानी आने लगी. पायलट ने विमान की आपातकालीन लैंडिंग के लिए दो लाइनों में ईंधन बाहर फेंक दिया गया. हवाई अड्डे से 21 किलोमीटर दूर कई स्कूलों में बच्चों पर यह बदबूदार ईंधन गिरा.

डेल्टा एयरलाइंस के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "लॉस एंजेलेस एयरपोर्ट से शंघाई के लिए उड़ान भर रही एयरलाइन 89 के टेकऑफ करते ही विमान के एक इंजिन में खराबी आने लगी. जिसके बाद विमान को तुरंत लॉस एंजेलेस एयरपोर्ट वापस आने के लिए कहा गया. विमान की ठीक तरह से लैंडिग कराने के लिए ईंधन बाहर निकालना जरूरी था."

एसबी/आरपी (एएफपी)

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