सेल्फी ने ली परिवार की जान
१६ अगस्त २०१६आज कल लोग कई कहीं घूमने जाएं या फिर रेस्तरां में खाना खाने बैठें, तो सेल्फी लेना नहीं भूलते. फिर चाहे उस तस्वीर को दोबारा जिंदगी में कभी देखें भी नहीं. खास कर युवाओं के स्मार्टफोन सेल्फी वाली तस्वीरों से भरे रहते हैं. फोन को हाथ में लिए कैमरे की ओर मुस्कुराते हुए पोज देते समय किसी के ध्यान में नहीं आता कि यह आखिरी मुस्कराहट हो सकती है. दुनिया भर में सेल्फी के चक्कर में कई लोगों की जान जा चुकी है.
ताजा मामला पाकिस्तान का है जहां 11 साल की एक बच्ची सेल्फी लेने के दौरान कुन्हार नदी में जा गिरी. बच्ची अपने माता-पिता और भाई बहनों के साथ बीसियां गांव में घूमने गयी थी. पाकिस्तान की यह पहाड़ी जगह एक लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है. यह इस्लामाबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर है और रिवर राफ्टिंग के लिए जानी जाती है.
स्थानीय पुलिस अधिकारी अरशद खान ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि नदी का बहाव बहुत तेज होने के कारण बच्ची को बचाया नहीं जा सका. उन्होंने कहा, "साफिया आतिफ नदी के साथ सेल्फी लेने की कोशिश कर रही थी, जब उसका पैर फिसल गया और वह गिर गयी." बच्ची को डूबता देख मां शाजिया आतिफ ने नदी में छलांग लगाई लेकिन वे भी पानी के साथ बह गयीं. अरशद खान ने आगे बताया, "बेटी और पत्नी को डूबता देख आतिफ हुसैन भी पानी में कूद पड़े लेकिन उनके साथ भी वही हुआ."
जिस वक्त यह हादसा हुआ, वहां कई पर्यटक मौजूद थे. साफिया आतिफ की नौ साल की बहन और छह साल का भाई भी वहीं था. परिवार का हादसा देखने के बाद से बच्चे सदमे में हैं. इस बीच मां बेटी के शव नदी से निकाल लिए गए हैं लेकिन पिता के शव का अभी भी कोई पता नहीं है. माता-पिता दोनों पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में डॉक्टर थे.
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एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि नदी के पास कई बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें लोगों को नदी से दूर रहने के लिए कहा गया है. उन्होंने बताया, "हर साल दर्जन भर लोग यहां डूब जाते हैं. यह एक टूरिस्ट स्पॉट है और लोग यहां पिकनिक मनाने आते हैं. ज्यादातर बाहर के लोग होते हैं जिन्हें नदी की गहराई के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है."
सेल्फी के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या दुनिया भर में बढ़ती जा रही है. कुछ समय पहले ताज महल देखने आए एक जापानी सैलानी की भी सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसलने से मौत हो गयी.
आईबी/आरपी (एएफपी)