क्या काले लोग बीमार नहीं होते, उनके ऑपरेशन नहीं होते या उनके बच्चे नहीं होते. तो फिर दुनिया भर में पढ़ाई जाने वाली मेडिकल की किताबों में हमेशा गोरे लोगों के ही चित्र क्यों बने होते हैं. यही बात चिडिबेरे ईबे को परेशान करती थी और उन्होंने इसका समाधान निकाला है.