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राजनीतिन्यूजीलैंड

शोषण का शिकार हुए लोगों से न्यूजीलैंड के पीएम ने मांगी माफी

१३ नवम्बर २०२४

न्यूजीलैंड के चर्च और राज्य के देखभाल केंद्रों में रह रहे लाखों बच्चों और वयस्कों के साथ यौन शोषण, दुर्व्यवहार, और उपेक्षा के मामले में प्रधानमंत्री ने संसद में माफी मांगी है.

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संसद में मौजूद न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन
राज्य और चर्च की देखभाल में रहने वाले लाखों बच्चे और वयस्क शारीरिक और यौन शोषण का शिकार हुए थेतस्वीर: Charlotte Graham-McLay/AP/picture alliance

न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने हाल ही में देश की संसद में उन हजारों लोगों से माफी मांगी जिन्हें दशकों तक राज्य और चर्च की देखभाल में रहने के दौरान शारीरिक और यौन शोषण का सामना करना पड़ा था.

लक्सन ने कहा, "यह डराने वाला, दिल दहलाने वाला और गलत था." न्यूजीलैंड में राज्य और चर्च की देखभाल में रहने वाले दो लाख बच्चे और वयस्क पिछले 70 सालों में शारीरिक और यौन शोषण का शिकार हुए थे.

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अपने भाषण में लक्सन ने कहा, "आज मैं सरकार की तरफ से उन सभी लोगों से माफी मांग रहा हूं, जिन्होंने देखभाल के दौरान शारीरिक यातना और उपेक्षा का सामना किया. मैं अपनी और पिछली सरकारों की तरफ से उन सब लोगों से माफी मांगता हूं जो इस दंश को झेलने के बाद जीवित बचे हैं."

लक्सन के भाषण के दौरान इस घटना के पीड़ित लोग संसद की गैलरी में मौजूद थे.

सदन में बोलते न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन को स्क्रीन पर देखते लोग
लोगों को यौन शोषण, नसबंदी और बिजली के झटके जैसी यातनाएं सहनी पड़ी थींतस्वीर: Lawrence Smith/Stuff/picture alliance

कैसे हुआ खुलासा

1950 से 2019 तक चले इस कांड का खुलासा रॉयल कमीशन ऑफ इंक्वायरी की एक सार्वजनिक जांच के बाद हुआ.

70 सालों के दौरान न्यूजीलैंड के राज्यों और चर्च की देखभाल में रहने वाले 6.50 लाख बच्चों और वयस्कों में से लगभग एक तिहाई ने शारीरिक, मौखिक, मानसिक और यौन हिंसा का सामना किया.

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घटना की जांच के लिए गठित आयोग ने इसे 'राष्ट्रीय आपदा' की संज्ञा दी क्योंकि इसमें बच्चों के यौन शोषण, माताओं और बच्चों को जबरन अलग करने, बिना बताए नसबंदी करने और बिजली के झटके देने जैसी क्रूर यातनाएं दी गई थीं.

जांच में यह भी पाया गया कि इस घटना में नस्लवाद शामिल था, जिसके तहत माओरी लोगों को निशाना बनाया गया.

सरकारी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन
प्रधानमंत्री ने पीड़ितों को अरबों डॉलर मुआवजा दिए जाने की बात कही हैतस्वीर: Marty Melville/AFP/Getty Images

सरकार ने अब क्या कहा

सरकार ने जांच कमेटी से मिली 233 सिफारिशों पर ध्यान देने का वादा किया है. प्रधानमंत्री ने घटना का दंश झेल चुके जीवित बचे लोगों को अरबों डॉलर मुआवजा देने की बात भी कही है.

घटना की निंदा करते हुए लक्सन ने कहा, "आपमें से कई लोगों को लग सकता है कि इतने लंबे समय तक ऐसा दर्द झेलने के बाद मेरे कहे शब्दों का कोई महत्व नहीं है. लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरी माफी से आपका बोझ थोड़ा हल्का जरूर हो जाएगा."

एवाई/आरपी (रॉयटर्स/एएफपी)