डेथ जोन से बचाकर लाया शेरपा
मलेशिया के एक पर्वतारोही की जान बचाने के लिए एक नेपाली शेरपा उसे ढोकर ऊंचाई से नीचे लेकर आया.
डेथ जोन से बचाया
माउंट एवरेस्ट का वो हिस्सा जिसे डेथ जोन कहते हैं, वहां मलेशिया का एक पर्वतारोही फंस गया था. अगर गेलजे शेरपा ना होते तो वह पर्वतारोही वापस ना आ पाता.
ठंड में फंसा
गेलजे शेरपा ने 13 मई को डेथ जोन से इस पर्वतारोही को बचाया. ठंड से थरथराते दुबके पड़े पर्वतारोही को उन्होंने अपनी पीठ पर लादा और धीरे-धीरे नीचे लेकर आये.
लगभग असंभव
अधिकारी कहते हैं कि जो गेलजे शेरपा ने किया है, वह लगभग असंभव है क्योंकि डेथ जोन में तापमान शून्य से 6 डिग्री तक नीचे चला जाता है.
600 मीटर, छह घंटे
गेलजे कहते हैं कि उन्हें 8,500 मीटर से 7,900 मीटर की ऊंचाई पर आने में छह घंटे लगे. यह बहुत मुश्किल था. हम उन्हें खींच नहीं सकते थे, उठाना ही एकमात्र विकल्प था.
बच गई जान
नीचे आने पर एक अन्य गाइड से शेरपा को मदद मिली. बाद में एक हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें बेस कैंप में लाया गया.
12 मौतें
नेपाल ने इस साल एवरेस्ट पर चढ़ने के 478 परमिट जारी किये हैं. अब तक 12 पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है और पांच लापता हैं.