अक्टूबर फेस्ट में हर ओर छाई है बवेरियन संस्कृति की झलक
जर्मनी के म्यूनिख में सितंबर और अक्टूबर के महीने में अक्टूबर फेस्ट की धूम रहती है. दुनिया का यह सबसे बड़ा लोक महोत्सव 1810 में शुरु हुआ था.
म्यूनिख में रौनक
इस साल फेस्टिवल 21 सितंबर से 6 अक्टूबर तक चलेगा. इन 16 दिनों में करीब 60 लाख लोगों के आने का अनुमान है. हर ओर हवा में पारंपरिक बवेरियन लोक संगीत की धुनें तैर रही होती हैं. म्यूनिख बवेरिया प्रांत की राजधानी है.
महंगी हुई बीयर
एक बड़े मैदान में कुल 18 तंबू लगाए गए हैं. इन्हें पारंपरिक अंदाज में सजाया गया है. एक मग बीयर की कीमत लगभग 14 यूरो है. एक बीयर मग पिछले साल के मुकाबले करीब चार फीसदी की महंगा हो गया है.
कोविड ने लगाया था ब्रेक
एक बार में 10 बीयर के मग लेकर चलना आम नजारा है. इस महिला ने एक बार में 14 मग उठा रखे हैं. कोविड महामारी के दौरान साल 2020 और 2021 में अक्टूबर फेस्ट नहीं हुआ लेकिन 2022 में इसकी वापसी हो गई.
पहली बार लगे मेटल डिटेक्टर
इस बार सुरक्षा व्यवस्था भी पिछले सालों से ज्यादा है. जर्मनी में हाल के महीनों में फेस्टिवल में चाकू से हमले की वारदातें हुई हैं. जोलिंगन में हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी. पहली बार अक्टूबर फेस्ट में मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं.
अल्कोहल-फ्री बीयर
इन 18 में से 16 तंबुओं में अल्कोहल-फ्री बीयर भी मिल रही है. बिना हैंगओवर के अक्टूबर फेस्ट का आनंद लेना बहुत से लोगों को काफी पसंद आता है. अल्कोहल-फ्री बीयर का स्वाद असली बियर जैसा होता है और यह सेहतमंद भी होती है.
करीब दो सौ साल पुरानी परंपरा
पहला अक्टूबर फेस्ट 17 अक्टूबर, सन 1810 को आयोजित हुआ था. मौका था क्राउन प्रिंस लुडविग ऑफ बवेरिया की थेरेसा ऑफ सैक्सनी से सगाई का. उसी शाही दुल्हन के नाम पर म्यूनिख के इस मैदान को आज भी "थेरेजियनवीजे" कहा जाता है. लेकिन मौसम को देखते अब ये सितंबर में ही शुरु हो जाता है.