नरेंद्र मोदी सबसे लोकप्रिय नेता
डेटा एनालिसिस कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट ने दुनिया के 25 सबसे बड़े नेताओं की अपने-अपने देशों में लोकप्रियता का आकलन कर बताया है कि नरेंद्र मोदी सबसे लोकप्रिय नेता हैं. यह 28 अगस्त से 3 सितंबर के बीच हुए सर्वे पर आधारित है.
चंद लोकप्रिय नेता
सर्वेक्षण के मुताबिक 25 में से सिर्फ चार देशों के नेता ऐसे हैं जहां आधी से ज्यादा जनता उन्हें पसंद करती है. सबसे ज्यादा रेटिंग वाले नेताओं में नरेंद्र मोदी (भारत), खाविएर मिलेई (अर्जेन्टीना), आंद्रेस मानुएल लोपेज ओबराडोर (मेक्सिको), विओला आमहर्ड (स्विट्जरलैंड), डॉनल्ड टुस्क (पोलैंड), सिमोन हैरिस (आयरलैंड), डिक शूफ (नीदरलैंड्स) और एंथनी अल्बानीजी (ऑस्ट्रेलिया) की रेटिंग पॉजीटिव है.
नरेंद्र मोदी सबसे ऊपर
इस सूची में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे ऊपर हैं. 72 फीसदी लोग उन्हें पसंद करते हैं, जबकि 22 फीसदी लोग नापसंद करते हैं. सिर्फ छह फीसदी लोग ही ऐसे हैं जिनकी कोई राय नहीं है.
सबसे नापसंद नेता
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-इयोल को सबसे कम रेटिंग मिली हैं. उन्हें 75 फीसदी लोगों ने नापसंद किया जबकि उन्हें पसंद करने वालों की संख्या मात्र 17 फीसदी है. दूसरे नंबर पर चेक रिपब्लिक के पेट्र फियाला हैं जिन्हें सिर्फ 19 फीसदी लोग पसंद करते हैं, जबकि उन्हें नापसंद करने वाले 76 फीसदी हैं.
सबसे कम लोकप्रिय नेता
इस सर्वे के मुताबिक दुनिया के कई जानेमाने नेताओं को अपनी जनता के बीच नापसंदगी झेलनी पड़ रही है. इनमें जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्त्स और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों भी हैं. शॉल्त्स को 73 फीसदी लोगों ने नापसंद किया जबकि उन्हें पसंद करने वालों की संख्या 20 फीसदी है. माक्रों को नापसंद करने वाले लोगों की संख्या 70 फीसदी है.
वैश्विक संकटों का असर
सर्वेक्षण के विश्लेषण में कहा गया है कि 2020-21 की कोविड-19 महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनिया के बहुत नेताओं की लोकप्रियता को नुकसान पहुंचाया है. उस दौरान हुए नुकसान की भरपाई बहुत से नेता नहीं कर पाए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को 39 फीसदी लोग पसंद करते हैं जबकि 55 फीसदी नापसंद करते हैं.
यूरोपीय जनता में नाराजगी
इस सर्वेक्षण में सबसे कम लोकप्रिय नेताओं में अधिकतर यूरोप के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप की आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों का असर जनता के रवैये में सबसे ज्यादा दिख रहा है. ब्रिटेन, इटली, बेल्जियम, स्पेन और स्वीडन के नेताओं की रेटिंग भी नकारात्मक है. (वीके/एए)